waterlogging under the underground bridge, citizens are facing problems

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    जलगांव. जिले से करीब भुसावल तहसील (Bhusawal Tehsil) के वरणगांव के सिद्धेश्वर नगर निवासियों को वेल्हाले रोड पर रेलवे के भूमिगत पुल (Railway Underground Bridge) के नीचे पानी (Water) के स्थायी संचय के कारण हर दिन आने जाने वालों को कड़ी मेहनत करनी पड़ रही है। ये मार्ग आगे बोदवड़ तालुका को जोड़ता है। इसके कारण इस मार्ग पर भुसावल, वरणगांव और बोदवड़ के नागरिक, किसान, विद्यार्थी, कॉलेज के छात्र तथा नौकरीपेशा लोगों का काफी आना-जाना लगा रहता है। 

    बारिश होते ही इस भूमिगत पुलिये के नीचे दो फीट तक पानी जमा हो जाता है। पैदल चलने वालों को घुटने भर पानी से गुजरना पड़ रहा है। इसके कारण पैदल चलने वाले और दो पहिया चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।  कई बार दो पहिया वाहन बीच पानी में गड्ढे में जाकर गिर जाते हैं और दुर्घटनाएं होती हैं। नगरसेविका माला मिलिंद मेधे के प्रयास से पानी को निकालने के लिए गटर काम को मंजूरी मिल गई है और काम अब शुरू होने की संभावना है।

    नगरसेविका माला के प्रयास से नाली बनाने 54 लाख मंजूर 

    भुसावल तालुका से सटे वरणगांव के सिंधेश्वर निवासियों का यातायात मार्ग बारिश के कारण लगातार भरा रहता है। इस दौरान नागरिकों को आने-जाने में काफी मशक्कत करनी पड़ती है। इस दौरान वार्ड नं। 17 की तत्कालीन नगरसेविका मेधे ने नगर पालिका के माध्यम से दलित वस्ती सुधार योजना के माध्यम से 54 लाख रुपए की नाली स्वीकृत कराने के लिए अथक प्रयास किया। इसके बाद भूमिगत पुल के नीचे जमे पानी के उचित निस्तारण पर चर्चा करने के लिए उन्होंने रेलवे अधिकारियों को बुलाया है।

    रेलवे अधिकारियों से पानी जल्द निकालने का आह्वान

    बताया जा रहा है कि शुक्रवार को वरणगांव के पूर्व नगराध्यक्ष सुनील काले, वार्ड नं. 17 की पार्षद माला मेधे और मजदूर नेता मिलिंद मेधे ने रेलवे अधिकारियों से पुल के नीचे रुके हुए पानी को जल्द से जल्द निकालने और तुरंत सही निर्णय लेने का आह्वान किया है। श्रमिक नेता मिलिंद मेधे ने कहा कि नाली का काम नगर पालिका द्वारा जल्द से जल्द शुरू किया जाएगा।