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    कोल्हापुर: देर से ही भले पर देश के किसानों (Farmers) के एकता (Unity) की भारी और ऐतिहासिक जीत (Win) हुई है, ऐसा स्वाभिमानी किसान संगठन के नेता और पूर्व सांसद राजू शेट्टी (Former MP Raju Shetty) ने कहा है। मोदी सरकार के तीनों कृषि कानून वापस लेने के निर्णय के बाद राजू शेट्टी बोले और उन्होंने मोदी सरकार का अभिनंदन भी किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने देश के साथ बात करते हुए शुक्रवार की सुबह कृषि कानून रद्द किए जाने का निर्णय लेने की बात कही, इस बात पर अपना विचार व्यक्त करते हुए पूर्व सांसद और किसान नेता राजू शेट्टी ने कहा कि देश के संसद भवन में मंजूर किए गए कानून को किसान अपने इच्छा शक्ति के साथ वापस लेने के लिए सरकार को मजबूर कर सकते हैं, यही इस बात से साबित हुआ है। आने वाले 25 नवंबर को दिल्ली की सीमा पर जारी किसानों के आंदोलन को एक वर्ष पूरा होने को है। शांति के मार्ग पर चलते हुए किसानों ने इस आंदोलन की धार को बरकरार रखा।

    संसद में बहुमत होने के बावजूद किसानों ने कृषि कानून का तीव्र विरोध जताने की भूमिका ली और आंदोलन किया। इस बात का यह एक ऐतिहासिक विजय है और सरकार ने भी देर से सही, लेकिन किसानों की मांगों को मद्देनजर रखते हुए कृषि कानून को रद्द करने का निर्णय लिया, इसलिए सरकार भी अभिनंदन को पात्र है,ऐसा राजू शेट्टी ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा है।

    आंदोलन का मतलब युद्ध नहीं 

    शेट्टी ने कहा कि किसानों का यह आंदोलन पूरे वर्ष चला। जय और पराजय की चर्चा होने लगे तो आंदोलन का मतलब युद्ध नहीं है। शेट्टी ने कहा कि महात्मा गांधी के विचार सब तक कैसे पहुंचे हैं इस बात का यह एक ज्वलंत उदाहरण है ऐसा मैं मानता हूं,आजकल गांधीजी के विचारों की खिल्ली उड़ाई जा रही है यह अब सर्वश्रुत हुआ है, ऐसे में गांधीजी के विचारधारा को साथ लेकर चलते हुए न थकते,सविनय कानून का उल्लंघन न करते हुए त्याग्रह के मार्ग से एक वर्ष किसानों ने अपने अधिकारों के लिए संघर्ष किया और उनकी जीत हुई ।