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    कोल्हापुर/मुंबई: महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा (Maharashtra Karnataka Border) विवाद बढ़ता ही जा रहा है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने सांगली के जत तालुका में 40 गांवों पर दावा किया था। तब से विवाद शुरू हो गया। वहीं, कुछ दिनों पहले कर्नाटक सीमा क्षेत्र में कुछ मराठी भाषियों के साथ मारपीट की गई। अब इस बीच कोल्हापुर (Kolhapur) जिले में आधी रात से कर्फ्यू लगा दिया गया है। 

    महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा (Maharashtra Karnataka Border) मुद्दे को लेकर महाविकास अघाड़ी ने 10 दिसंबर को आंदोलन का आह्वान किया है। इस आंदोलन में सीमावर्ती क्षेत्रों के मराठी भाषियों के भी भाग लेने की संभावना है। 

    रेजिडेंट डिप्टी कलेक्टर दत्तात्रय कवितके ने इस बात की जानकारी दी है। कोल्हापुर जिले में ग्राम पंचायत चुनाव हो रहे हैं। कानून व्यवस्था की समस्या पैदा होने की आशंका के चलते कोल्हापुर जिले में प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया गया है। कोल्हापुर जिले में 9 से 23 दिसंबर तक बंदी लगाई गई है। 

    बता दें कि, महाराष्ट्र और कर्नाटक दोनों राज्यों में राजनीतिक नेताओं द्वारा आरोप लगाया शुरू हो गया। वहीं, इस विवाद का असर देश की संसद (Loksabha) में भी दिखाई दिया। संसद का शीतकालीन सत्र (Winter Session) के पहले दिन महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा मुद्दे पर भी चर्चा हुई थी। इस दौरान लोकसभा में एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले (Supriya Sule) ने इस मुद्दे को लेकर बीजेपी (BJP) पर हमला बोला। उन्होंने इस संबंध में अपना पक्ष रखते हुए अमित शाह से इस मामले में अपनी स्थिति स्पष्ट करने की मांग भी की है।