नई दिल्ली/मुंबई. महाराष्ट्र (Maharashtra) में H3N2 वायरस (H3N2 Virus) का खतरा तेजी से बढ़ता दिख रहा है।मिली खबर के अनुसार अब तक H3N2 वायरस के 352 मरीज आ चुके हैं। जिका फिलहाल इलाज जारी है। हालांकि महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत ने कहा है कि फिलहाल स्थिति काबू में है।
महाराष्ट्र में अब तक H3N2 वायरस के 352 मरीज
दरअसल आज उन्होंने कहा कि, अब तक राज्य में H3N2 वायरस के 352 मरीज आ चुके हैं। उनका इलाज जारी है और अस्पतालों को अलर्ट रहने के लिए कहा गया है। H3N2 घातक नहीं है, चिकित्सा उपचार से ठीक हो सकता है। किसी को भी घबराने की जरूरत नहीं है।
Maharashtra | 352 patients of H3N2 virus have come so far. Their treatment is going on and hospitals have been asked to be on alert. H3N2 is not fatal, can be cured by medical treatment. No need to panic: Tanaji Sawant, Maharashtra Health minister
— ANI (@ANI) March 15, 2023
दो मौतों पर भी शक
वहीं बीते एक हफ्ते में 2 मरीज़ों की मौत हुई है जिसको लेकर अब डॉक्टर्स को शक है कि दोनों मरीजों की मौत H3N2 वायरस से ही हुई है। हालांकि, अभी फाइल रिपोर्ट आना बाकी है। दरअसल दोनों मरीज H3N2 पॉजिटिव थे। अहमदनगर जिले के एक निजी मेडिकल कॉलेज में पढ़ने वाले 23 साल के छात्र के मौत के मामले में डॉक्टर्स को शक है कि संभवत छात्र की मौत का कारण H3N2 वायरस से ही हुई है।
दूसरी तरफ नागपुर में बीते 9 मार्च के दिन 78 साल के बुजुर्ग के मौत के मामले में भी डॉक्टर को शक है कि H3N2 वायरस के चलते उनकी मौत हुई है। मृतक का इलाज बीते कई दिनों से नागपुर के एक निजी अस्पताल में चल रहा था।
ये हैं लक्षण
पता हो कि, H3N2 वायरस या इन्फ्लूएंजा ए वायरस के कारण होने वाले संक्रमण में तेज बुखार, सांस लेने में तकलीफ, थकान और सूखी खांसी होती है। वहीं इस पर विशेषज्ञों का कहना है कि लक्षण शरीर में 3 सप्ताह तक बने रहते हैं।
किसे ज्यादा खतरा
H3N2 वायरस का सबसे ज्यादा खतरा अब बच्चों और बुजुर्गों को है क्योंकि यह व्यक्ति के इम्यून सिस्टम पर सीधे हमला करता है। खासकर, अस्थमा, हृदय रोग, मधुमेह, मोटापा और कमजोर प्रणाली वाले बच्चों या बुजुर्गों को H3N2 वायरस से ज्यादा खतरा है। इस घातक वायरस से गर्भवती महिलाओं को भी ज्यादा खतरा होता है।