Maharashtra government, Kunbi certificate, Maratha Reservation
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    नई दिल्ली. महाराष्ट्र (Maharashtra) में हुए राजनितिक दावानल के बाद अब यहां के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने तत्कालीन महा विकास अघाड़ी (MVA) सरकार पर निशाना साधते हुए बीते शुक्रवार को घोषणा की कि अगर उनके साथ शामिल होने वाला एक भी विधायक अगला विधानसभा चुनाव हार जाता है तो वह फिर राजनीति ही छोड़ देंगे।  

    क्या बोले CM शिंदे

    दरअसल CM शिंदे ने अपने एक समर्थक विधायक अब्दुल सत्तार की एक रैली को संबोधित कर रहे थे, जहां उन्होंने कहा कि, “मुझे विश्वास है कि ये सभी 50 विधायक चुनाव जीतेंगे। ।  अगर इनमें से कोई भी हारता है, तो मैं अपनी राजनीति छोड़ दूंगा। “

    इसके साथ ही उन्होंने दोहराया कि अगले राज्य चुनावों में, उनकी शिवसेना और सहयोगी BJP को संयुक्त रूप से यहां200 सीटें मिलेंगी – या वह राजनीति छोड़ देंगे।  इसके साथ ही पूर्व CM उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले MVA के पतन के कारण हाल के नाटकीय विद्रोह का जिक्र करते हुए, शिंदे ने स्वीकार किया कि वह इसके संभावित परिणामों से चिंतित थे, “जब यह सब हो रहा था, शुरू में कुछ 30 विधायक थे, फिर 50 विधायक । ।  वे सभी मुझे प्रोत्साहित और समर्थन कर रहे थे।  लेकिन मैं खुद बहुत ज्यादा चिंतित था, मैंने सोचा कि उनका क्या होगा क्योंकि वे उन्होंने तप अपना पूरा राजनीतिक करियर ही मेरे साथ दांव पर लगा दिया था। “

    बता दें कि पूर्व CM उद्धव ठाकरे ने पहले कहा था कि शिवसेना से बगावत करने वाला कोई भी विधायक चुनाव लड़ता है तो वह जीत नहीं पाएगा।  वहीं एकनाथ शिंदे ने विधानसभा में अपनी सरकार का बहुमत साबित करने के बाद भी कहा था कि वह खुद यह सुनिश्चित करेंगे कि उनके सभी विधायक चुनाव जीतें।  उन्होंने साथ ही यह भरोसा जताया था कि, बीजेपी और उनकी टीम मिलकर 200 सीटें ही लेकर आएगी।  और अगर ऐसा नहीं हो पाया तो वे वापस अपने खेतों में चले जाएंगे। 

    MVA में हो रही तकरार 

    इधर राज्य की सत्ता गंवाने के बाद MVA में सब सही नहीं चल रहा है। दरअसल गठबंधन में संख्या बल को देखते हुए विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का पद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को दिया गया है, जिसके बाद पूर्व उपमुख्यमंत्री अजित पवार की इस पद पर नियुक्ति की गई। वहीं अब विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष पर पर शिवसेना ने अपना दावा कर दिया है।