Politics heats up on celebrating the festivals in Maharashtra, CM Uddhav Thackeray said - Some people are putting the life of common man in danger
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    पुणे: पिछले महीने हुई भारी बारिश के कारण महाराष्ट्र (Maharashtra) के कुछ हिस्सों में बाढ़ (Floods) आने के बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Chief Minister Uddhav Thackeray) ने सोमवार को कहा कि, राज्य में बाढ़ संकट का ‘स्थायी समाधान’ निकालने और इस संबंध में कुछ कड़े कदम उठाने की जरूरत है। मुख्यमंत्री पश्चिमी महाराष्ट्र के बाढ़ प्रभावित सांगली जिले में पहुंचे, जहां उन्होंने भीलवाड़ी, अंकलखोप, कस्बे-दिगराज और कई अन्य क्षेत्रों का दौरा कर हालात का जायजा लिया और बाढ़ प्रबंधन की दिशा में प्रशासन द्वारा उठाए गए कदमों की समीक्षा की।

    मुख्यमंत्री ने कहा, ”हमें दो मोर्चों पर काम करना है। पहला, बाढ़ पीड़ितों को तत्काल राहत पहुंचाना है और इसपर काम चल रहा है। प्रशासन ने पहले ही हरकत में आते हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। दूसरा, तत्काल राहत प्रदान करने के अलावा, हमें क्षेत्र में लगातार बाढ़ के संकट के स्थायी समाधान पर काम करना होगा और इसके लिए हमें कुछ कड़े कदम उठाने होंगे।”

    ठाकरे ने कहा कि अगर कुछ निर्माण, पानी के प्राकृतिक प्रवाह में बाधा उत्पन्न कर रहे हैं तो उन्हें हटाने की जरूरत है। उन्होंने लगातार बाढ़ से प्रभावित लोगों के स्थायी पुनर्वास की आवश्यकता को भी रेखांकित किया और कहा कि इसके लिए लोगों के सहयोग की आवश्यकता होगी। उन्होंने कहा, ”पश्चिमी महाराष्ट्र में बाढ़ की स्थिति के मुद्दे के समाधान के लिए प्रभावी बाढ़ प्रबंधन की जरूरत है। मुझे बाढ़ के पानी को सूखा प्रभावित क्षेत्रों की ओर मोड़ने के बारे में कुछ सुझाव मिले हैं। हम इसके बारे में भी सोच रहे हैं।”

    ठाकरे ने कहा कि बाढ़ प्रबंधन के लिए विशेषज्ञों की एक समिति बनाई जाएगी। उन्होंने कहा, ”भूस्खलन की घटनाओं का अध्ययन करने और ऐसे भूस्खलन संभावित क्षेत्रों की तलहटी में स्थित मानव बस्तियों को स्थानांतरित करने की आवश्यकता है।” मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास कार्यों को जारी रखने की जरूरत है, लेकिन ऐसे कार्यों के पक्ष और विपक्ष का विश्लेषण करना भी जरूरी है। (एजेंसी)