मुंबई: शिवसेना नेता संजय राउत (Sanjay Raut) की मुश्किलें बढ़ सकती है। दरअसल इंडियन बार एसोसिएशन (Indian Bar Association) ने जजों के खिलाफ झूठे, निंदनीय और अवमानना के आरोप लगाने के लिए शिवसेना नेता संजय राउत और अन्य के खिलाफ अवमानना याचिका सह जनहित याचिका दायर की है।
ज्ञात हो कि याचिकाकर्ता ने केस में महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे, गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटिल और सामना की संपादक रश्मि ठाकरे को भी प्रतिवादी के रूप में नामित किया हुआ है। इंडियन बार एसोसिएशन का कहना है कि याचिका दायर करने का मुख्य उद्देश्य शिवसेना नेता द्वारा बॉम्बे उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों और पूरी न्यायपालिका के खिलाफ आईएनएस विक्रांत के संरक्षण के नाम पर 57 करोड़ रुपये का गबन करने के बीजेपी नेता किरीट सोमैया पर लगे आरोप को राहत देने के केस में पक्षपातपूर्ण दृष्टिकोण का आरोप लगाया हुआ है।
Indian Bar Association has filed contempt petition cum PIL against Shiv Sena MP Sanjay Raut &others for levelling “false, scandalous & contemptuous allegations against judges of High Court.”Petitioner has also made Maharashtra CM Uddhav Thackeray, HM Dilip Walse Patil respondents
— ANI (@ANI) April 20, 2022
उल्लेखनीय है कि शिवसेना नेता संजय राउत ने बयान के मुताबिक कोर्ट ने एक तरफ बीजेपी से जुड़े लोगों को राहत देने का काम किया, लेकिन शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी आदि के आरोपियों को राहत नहीं दी हुई है। राउत का इशारा जेल में बंद एनसीपी नेता नवाब मलिक और अनिल देशमुख को कोर्ट द्वारा कोई राहत नहीं देने की तरफ था।