नईदिल्ली/मुंबई. महाराष्ट्र (Maharshtra) से मिली बड़ी खबर के अनुसार, बीते शनिवार को अलीबाग कोर्ट ने उद्धव ठाकरे (Udhhav Thackeray) के खिलाफ आपत्तिजनक बयान देने के मामले में केंद्रीय मंत्री नारायण राणे (Narayan Rane) को दोषों से बरी कर दिया।
जानकारी दें कि साल 2021 में नारायण राणे ने महाराष्ट्र के तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर यह संगीन आरोप लगाया था कि, उद्धव ठाकरे को देश की आजादी का साल भी नहीं पता है, ऐसे में उन्हें जोरदार थप्पड़ पड़ना चाहिए।
Whatever I said about chief minister was out of respect I have for my country. I can’t tolerate disrespect to country. My party has stood by me firmly during this entire episode. Will resume Jan Ashirwad Yatra on Friday in Sindhudurg: Narayan Rane
(A viral video clip attached) pic.twitter.com/AJmKXjHTVD— DeshGujarat (@DeshGujarat) August 25, 2021
Courtsey: DeshGujarat
वहीं तब राणे के इस बयान की शिवसेना नेताओं ने कड़ी निंदा की थी। साथ ही पार्टी लीडर विनायक राउत ने तो उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल से निकालने की मांग की थी, जबकि कई जगहों पर राणे के खिलाफ इस बाबत FIR दर्ज कराई गई थी।
जानकारी दें कि राणे के खिलाफ रायगढ़ जिले के महाड में 2021 में भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत FIR दर्ज हुई थी। तब उन्हें उनकी टिप्पणी के लिए रत्नागिरी जिले से गिरफ्तार किया गया था।
मामले पर तब राणे ने कहा था, “यह शर्मनाक है कि मुख्यमंत्री (उद्धव ठाकरे) को स्वतंत्रता प्राप्ति के वर्ष के बारे में नहीं पता है। वह अपने भाषण के दौरान यह पूछने के लिए पीछे मुड़ गए कि आजादी को कितने वर्ष हो गए हैं। अगर मैं वहां होता, तो (उन्हें) जोरदार थप्पड़ मार देता।”
इसके साथ ही उनका दावा था कि, ठाकरे 15 अगस्त पर राज्य की जनता के नाम अपने भाषण में यह भूल गए थे कि देश को स्वतंत्रता प्राप्ति को कितने वर्ष हो गए। इस टिप्पणी के लिए राणे के खिलाफ महाराष्ट्र में ही 4 FIR दर्ज की गई थीं।