Maharashtra politics president-rule-is-likely-to-be-imposed-in-the-state-jayant-patil-big-statement

Loading

मुंबई: महाराष्ट्र (Maharashtra) की राजनीति में 9 महीने पहले एक भूचाल आया था। जिसके बाद राज्य में सरकार बदल गई। महाराष्ट्र में अब शिंदे-फडणवीस सरकार का राज है। ऐसे में महाविकास आघाडी के कई नेता इस सरकार को लेकर बड़े दावे कर चुके हैं। ठाकरे गुट के नेता संजय राउत (Sanjay Raut) ने इस सरकार को लेकर कहा कि, यह कुछ दिनों की मेहमान है। वहीं, अब राष्ट्रवादी कांग्रेस के नेता जयंत पाटिल (Jayant Patil) ने भी शिंदे-फडणवीस सरकार को लेकर बड़ा दावा किया है। 

जयंत पाटिल (Jayant Patil) ने कहा कि, यह सरकार गिरने के बाद राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू किया जाएगा। जयंत पाटिल ने कहा, ‘सुप्रीम कोर्ट के फैसले में अगर शिंदे गुट के विधायक अयोग्य ठहराए जाते हैं तो शिंदे-फडणवीस सरकार सत्ता में नहीं रह पाएगी। ऐसे में राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाया जाएगा।’

एनसीपी नेता ने कहा, ‘अगर सुप्रीम कोर्ट के फैसले में अयोग्यता आ गई तो भी यह सरकार टिक नहीं पाएगी। अगर सरकार नहीं रहती है तो मुझे नहीं लगता कि कोई और विकल्प है। ऐसे में राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू होने की संभावना है।’  राष्ट्रपति शासन पर उनके बयान से राजनीति में शिंदे-फडणवीस सरकार को लेकर बहस छिड़ गई है।

वहीं, दूसरी तरफ जयंत पाटिल (Jayant Patil) के इस बयान पर संजय राउत ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि, ‘जयंत पाटिल ने राष्ट्रपति शासन के संबंध में सही बयान दिया है। सब कुछ कानून के मुताबिक हुआ तो 16 विधायक अयोग्य हो जाएंगे।’ संजय राउत ने कहा है कि, ‘अगर एकनाथ शिंदे समेत विधायकों को अयोग्य ठहराया गया तो सरकार गिर जाएगी।’