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    जालना: महाराष्ट्र के जालना जिले में 22 साल के एक व्यक्ति ने कथित तौर पर मराठा आरक्षण खत्म होने की वजह से नौकरी पाने में असमर्थ रहने का हवाला देते हुए आत्महत्या कर ली।

    आष्टी पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि सदाशिव शिवाजी भुंबर ने मंगलवार को पार्थुर तहसील के येनोरा गांव में स्थित अपने घर में कथित तौर पर फांसी लगा ली। अधिकारी ने बताया कि व्यक्ति के पास से एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें उसने दावा किया है कि शिक्षा और सरकारी नौकरी में मराठा आरक्षण के खत्म होने से वह नौकरी पाने में असमर्थ रहा और इसी वजह से वह यह भयानक कदम उठा रहा है।

    उन्होंने बताया कि व्यक्ति ने इलेक्ट्रॉनिक्स में डिप्लोमा कर रखा था और वह पुणे में एक निजी कंपनी में नौकरी करता था लेकिन बढ़िया वेतन नहीं मिलने की वजह से उसने नौकरी छोड़ दी। अधिकारी ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया और आगे की जांच जारी है। 

    इस साल मई में उच्चतम न्यायालय ने मराठा समुदाय को सरकारी नौकरियों और शिक्षण संस्थानों में दाखिले में आरक्षण देने वाले 2018 के महाराष्ट्र क़ानून को रद्द कर दिया था।