
नई दिल्ली/मुंबई. महाराष्ट्र (Maharashtra) से मिली एक बड़ी खबर के अनुसार, आज मराठा आरक्षण (Maratha Reservation) के मुद्दे पर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) प्रमुख राज ठाकरे प्रदर्शनकारियों से मिलने के लिए जालना रवाना हुए हैं। जानकारी दें कि,महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण की मांग ने अब जमकर तूल पकड़ लिया है। आरक्षण की मांग को लेकर जहां जालना के कई इलाकों में हिंसा हुई।
#WATCH | Jalna Incident: Maharashtra Navnirman Sena Chief Raj Thackeray leaves for Jalna to meet the protestors. pic.twitter.com/mApg9BzCKu
— ANI (@ANI) September 4, 2023
वहीं इस हिंसा के बाद से पुलिस एक्शन में है। अब तक पुलिस ने हिंसा और आगजनी में शामिल 360 से ज्यादा लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। पुलिस के मुताबिक हिंसा में कथित तौर पर शामिल 16 लोगों की पहचान कर ली गई है, जो मनोज जारांगे के नेतृत्व में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर भूख हड़ताल कर रहे थे। जानकारी हो कि, मनोज जारांगे लंबे समय से मराठा आरक्षण की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हैं।
मनोज जारंगे ने कही बड़ी बात
इस बाबत आज मराठा आंदोलन के नेता मनोज जारंगे पाटिल ने जानकारी दी कि, “शिंदे सरकार ने हमें बातचीत के लिए मुंबई बुलाया था, लेकिन हमें नहीं लगता कि अब मुंबई आने की कोई जरूरत है क्योंकि मंत्री गिरीश महाजन के नेतृत्व में एक सरकारी प्रतिनिधिमंडल ने हमसे मुलाकात की और हमारे साथ चर्चा की। हमें जो कुछ भी कहना था, हमने बता दिया है।”
Maharashtra | “The government had called us to Mumbai for talks but we do not feel that there is any need to come to Mumbai now because a govt delegation led by Minister Girish Mahajan met us and discussed with us. Whatever we had to say, we have told them. We have made it clear…
— ANI (@ANI) September 4, 2023
उन्होंने साफ़ कहा कि, “हमने उन्हें स्पष्ट कर दिया है कि सरकार को 2 दिनों के भीतर महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण की घोषणा करनी होगी, और इसे लागू भी करना होगा। हमें जानकारी मिली है कि महाराष्ट्र सरकार के मंत्री और शीर्ष अधिकारी बैठक करने जा रहे हैं।” उन्होंने आगे कहा की, “आज पूरे दिन इस मुद्दे पर बैठक होगी। हमें उम्मीद है कि आज इस पूरे मुद्दे पर कोई समाधान निकलेगा।”
क्या है मामला
जानकारी दें कि, मराठा आरक्षण की मांग के बाद हिंसा बीते शुक्रवार को तब भड़की जब पुलिस ने अंबाद तहसील के अंतरवाली सारथी गांव में भीड़ को तितर बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया। इस दौरान पुलिस ने आंसू गैस के गोलों का भी जमकर इस्तेमाल किया। यह लोग मनोज जारांगे के नेतृत्व में मंगलवार से आरक्षण की मांग को लेकर जमा हुए थे, जबकि मनोज जारांगे खुद भूख हड़ताल पर बैठे थे। मनोज जारांगे को प्रदर्शन स्थल से उठाकर पुलिस ने अस्पताल में भर्ती कराने की कोशिश की। इसी के बाद स्थिति बिगड़ गई। हिंसा में करीब 40 पुलिसकर्मी घायल हुए। वहीं पुलिस ने हिंसा और आगजनी में शामिल 360 से ज्यादा लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है।