मुंबई: बॉलीवुड एक्टर रितेश देशमुख (Riteish Deshmukh) विवाद में फंस गए है। महाराष्ट्र के लातूर (Lautr) में महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम (MIDC) क्षेत्र में रितेश ने खेती के लिए 2.55 लाख वर्ग मीटर के भूखंड के आवंटन किया था। अब इसी मामले को लेकर रितेश देशमुख मुश्किल में फंस गए हैं। यह जमीन उनकी कंपनी देश एग्रो प्राइवेट लिमिटेड के गठन के तीन हफ्ते के अंदर आवंटन की गई थी। हैरानी की बात यह है कि, आवंटन के लिए किए गए आवेदन के सिर्फ दस दिनों के भीतर उन्हें यह जमीन दे दी गई थी। जिसको लेकर अब भाजपा नेता प्रदीप मोरे का आरोप है कि ये सत्ता के दुरुपयोग का उदाहरण है।
प्रदीप मोरे (Pradeep More) ने आरोप लगाया है कि, लातूर में पिछले दो साल से 16 अन्य कंपनियां भूमि आवंटन के इंतजार में हैं। वहीं, रितेश देशमुख और उनकी पत्नी जेनेलिया डिसूजा देशमुख की कंपनी ‘देश एग्रो जो’ कि 2021 स्थापित की गई और उसके कुछ ही दिन बाद कंपनी को जमीन का आवंटन कर दिया गया।
Maharashtra | Despite 16 other companies waiting for the land allotment in Latur for last 2 yrs, Desh Agro firm of actor Riteish Deshmukh & his wife Genelia D’Souza Deshmukh was allotted the land few days after the company was founded in 2021:Pradeep More, BJP city vice-president pic.twitter.com/Kjk9Thtz6D
— ANI (@ANI) October 20, 2022
प्रदीप (Pradeep More) ने कहा, ‘ये सत्ता के दुरुपयोग का उदाहरण है। सिर्फ इतना ही नहीं लातूर जिला केंद्रीय सहकारी बैंक द्वारा अक्टूबर 2021 और जुलाई 2022 में कंपनी को दिए गए 116 करोड़ रुपये के लोन को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं।’
मोरे ने कहा, ‘रितेश देशमुख के भाई अमित देशमुख तत्कालीन एमवीए सरकार में मंत्री थे, एमआईडीसी पर उनकी कंपनी को जमीन आवंटित करने का दबाव डाला गया था। हम मांग करते हैं कि इस मामले की जांच होनी चाहिए।’
मालूम हो कि रितेश और जेनेलिया इस कंपनी में बराबर के हकदार हैं। रितेश महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री, दिवंगत विलासराव देशमुख के बेटे और कांग्रेस नेता अमित देशमुख के भाई हैं, जो कि महाराष्ट्र विकास अघाड़ी सरकार में मंत्री थे।