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    नई दिल्ली/मुंबई. महाराष्ट्र (Maharashtra) में भयंकर रूप से जारी सियासी दंगल के बीच अब यहां राजनीतिक गहमागहमी और प्रचंड बयानबाजी भी देखने को मिल रही है। आज जहाँ BJP की अठावले (Ramdas Athavale) के साथ बैठक हुई है। इस बैठक में BJP नेता व पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले के साथ राज्य के मौजूदा हालात पर चर्चा हुई है। 

    वहीं संजय राउत के दिए बयान पर अमरावती की सांसद नवनीत राणा (Navneet Rana) भी अब भड़क गईं. इसके साथ ही आज उन्होंने कहा कि, जो शिवसेना विधायक एकनाथ शिंदे गुट में गए हैं, उनके घर परिवार वालों को अब सुरक्षा नहीं है, इसका मतलब क्या है? उन्होंने कहा कि सत्ता लाभ जाते हुए देख संजय रावत और उद्धव ठाकरे की बौखलाहट दिख रही है.”

    इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, “मैं अमित शाह से उन विधायक के परिवारों को सुरक्षा प्रदान करने का अनुरोध करती हूं जो उद्धव ठाकरे को छोड़कर बालासाहेब की विचारधारा से जुड़े रहकर अपने निर्णय ले रहे हैं। उद्धव ठाकरे की गुंडागर्दी खत्म हो, मैं राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने का अनुरोध करती हूं.”

    बता दें की आज, इससे पहले शिवसेना नेता संजय राउत ने अपने एक बयान में कहा था कि, महाराष्ट्र सरकार ने 16 बागी विधायकों के आवास पर उपलब्ध कराई गई सुरक्षा वापस ले ली है। वहीँ इस पर शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे ने आरोप लगाया कि यह सब “राजनीतिक प्रतिशोध” की भावना से किया गया है।

    इस बाबत अब बागी विधायकों के साथ गुवाहाटी में डेरा डाले हुए शिंदे ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल के नाम एक पत्र ट्वीट किया, जिस पर 16 विधायकों के हस्ताक्षर हैं। इस पत्र में विधायकों ने कहा है कि अगर उनके परिवार के लोगों को कुछ हुआ तो मुख्यमंत्री ठाकरे और सत्तारूढ़ महा विकास आघाड़ी गठबंधन के नेता ही उसके लिये जिम्मेदार होंगे।