Big relief to Narayan Rane and his son Nitesh, court granted anticipatory bail
File Photo:ANI

    Loading

    मुंबई: बीजेपी (BJP) नेता और केंद्रीय मंत्री नारायण राणे (Union Minister Narayan Rane) और उनके बेटे नितेश राणे (BJP MLA Nitesh Rane) की मुश्किलें बढ़ती नज़र आ रही हैं। दिवंगत बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) की पूर्व मैनेजर दिवंगत दिशा सालियान (Disha Salian) के परिवार के सदस्यों को कथित रूप से बदनाम करने के मामले में नारायण राणे और नितेश राणे को मुंबई पुलिस ने समन भेजा है। पिछले दिनों मुंबई की मालवणी पुलिस ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी।

    एएनआई के मुताबिक, मालवानी पुलिस ने केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को 4 मार्च को सुबह 11 बजे बयान दर्ज कराने और भाजपा विधायक नितेश राणे को 3 मार्च को सुबह 11 बजे पेश होने के लिए समन जारी कर तलब किया है। बता दें कि, दिशा की मां वासंती सालियान की शिकायत के बाद नारायण राणे और उनके बेटे नितेश राणे के खिलाफ शनिवार को मुंबई पुलिस ने FIR दर्ज की थी। नारायण राणे ने आरोप लगाया था कि, दिशा के साथ सामूहिक बलात्कार हुआ था और इसके बाद उसकी हत्या की गई थी।

    हालांकि, मंत्री के आरोपों को दिशा के माता-पिता ने खारिज कर दिया था। दिशा के माता-पिता ने महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग (एमएसडब्ल्यूसी) से संपर्क किया था। इस दौरान उन्होंने नारायण राणे, नितेश राणे और अन्य के खिलाफ मीडिया प्लेटफॉर्म पर मानहानीकारक जानकारी देने के लिए कार्रवाई करने की मांगी की थी। उन्होंने एफआईआर का हवाला देते हुए कहा कि, राणे ने दिशा की मौत के संबंध में कई मानहानिकारक दावे किए थे।

    इससे पहले, MSCW ने कहा कि उसने पुलिस से दिशा सलियन की मौत के बारे में गलत जानकारी फैलाने वाले सोशल मीडिया अकाउंट्स को ब्लॉक करने के लिए कहा था और इस संबंध में नारायण राणे और नितेश दोनों के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की थी।

    नारायण राणे और नितेश राणे के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत FIR दर्ज की गई है। जिसमें 211 (चोट लगाने के इरादे से किए गए अपराध का झूठा आरोप), 500 (मानहानि की सजा), 506-II (आपराधिक धमकी के लिए सजा) और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की 67 शामिल हैं। पुलिस आगे की जांच कर रही है।

    गौरतलब है कि 28 वर्षीय दिशा सालियान ने 8 जून, 2020 को उपनगरीय मलाड में एक ऊंची इमारत से कूदकर आत्महत्या कर ली थी। जबकि, इसके छह दिन पहले सुशांत सिंह राजपूत उपनगरीय बांद्रा में अपने अपार्टमेंट में लटके पाए गए थे।