Vijay Wadettiwar

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    मुंबई: महाविकास आघाड़ी सरकार (Maha Vikas Aghadi Govt.) की तरफ से कर्जमाफी और किसानों (Farmers) के लिए विभिन्न तरह की योजनाओं को शुरु करने के दावे के बावजूद राज्य में किसानों की आत्महत्या (Farmers Suicide) का मामले कम नहीं हो रहा है। जून और अक्टूबर माह के बीच चार महीने में 1076 किसानों ने आत्महत्या की है। सरकार की तरफ से 482 आत्महत्या मामले में परिवार को आर्थिक सहायता उपलब्ध करायी गयी है। यह जानकारी राहत एवं पुनर्वसन मंत्री विजय वड़ेट्टीवार (Vijay Wadettiwar) ने शुक्रवार को विधानसभा में दी।

    विधानमंडल के शीतकालीन अधिवेशन के तीसरे दिन विधायक कुणाल  पाटिल, अमीन पटेल सहित अन्य विधायकों ने किसानों की आत्महत्या के संदर्भ में सवाल उठाया। जिस पर उत्तर देते हुए राहत एवं पुनर्वसन मंत्री विजय वड़ेट्टीवार ने बताया कि जून से अक्टूबर 2021 में राज्य में कुल 1076 आत्महत्या मामले सामने आए हैं। जिला स्तरीय समिति ने आत्महत्या के 491 मामलों को सहायता के लिए पात्र एवं 213 को अपात्र ठहराया है। 372 मामलों की जांच अभी प्रलंबित है। पात्र  491 में से 482 पीड़ित परिवार को सरकार की तरफ से आर्थिक सहायता उपलब्ध करायी गयी है।

    राज्य सरकार कर रही मदद

     धुले जिले के देउर बिदरुक गांव निवासी योगेश शेवाले ने 12 अक्टूबर को आत्महत्या की थी। उन्होंने चालू वर्ष में 99 हजार रुपये का कर्ज लिया था। बैंकों के कर्ज की वजह से परेशान होकर जो किसान आत्महत्या करता है। सरकार की तरफ से उसके वारिश को एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता उपलब्ध करायी जाती है।