
मुंबई: मुंबई (Mumbai) समेत समेत पूरे महाराष्ट्र में गणेशोत्सव (Ganeshotsav) धूमधाम से मनाया जा रहा है। नेताओं ने भी अपने घरों में गणपति (Ganpati) की मूर्ति को स्थापित कर अपने विघ्न को हरने का निवेदन किया है। यह त्यौहार ऐसे समय में हो रहा है, जब महाराष्ट्र के कई बड़े नेता मुसीबत में फंसे हुए हैं। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि बप्पा (Bappa) किस नेता का बेडा पार लगाते हैं। और किसे मजधार का सामना करना पड़ता है।
सीएम शिंदे समेत 16 विधायकों के खिलाफ अयोग्यता का मामला
सीएम एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) समेत 16 विधायकों की अयोग्यता (Disqualification case ) के मामले की सुनवाई महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर कर रहे हैं। इस सुनवाई में हो रही देरी को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने स्पीकर पर सवाल खड़े किए हैं। उच्चतम न्यायालय ने कहा है कि इस मामले को अब ज्यादा लंबा खींचा नहीं जा सकता है। इस वजह से अब जल्द फैसला लेने के लिए स्पीकर पर दबाव बढ़ गया है। उनके इस निर्णय से सीएम शिंदे के आगे का भविष्य तय होगा।
ठाकरे को जीत की उम्मीद
एक ओर जहां सीएम शिंदे समेत 16 विधायक विधानसभा अध्यक्ष की सुनवाई में फैसला अपने पक्ष में आने की दुआ मांग रहे हैं. जबकि दूसरी ओर पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे गणपति बप्पा से इस मामले में अपनी जीत की गुहार लगाई है। प्रवक्ता संजय राउत का दावा है कि स्पीकर का फैसला उनकी पार्टी के पक्ष में आएगा और सीएम शिंदे को मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़नी पड़ेगी।
चाचा शरद पवार और भतीजे अजीत की लड़ाई
राकां अध्यक्ष शरद पवार और उनेक भतीजे अजित पवार की लड़ाई भी रोचक हो गई है। इन दोनों ने अपनी लड़ाई में जीत के लिए गणपति बप्पा के सामने गुहार लगाई है। पार्टी पर कब्ज़ा करने के लिए अजित पवार ने केंद्रीय चुनाव आयोग में अपना दावा ठोका है। वहीं अजित के दावों को खारिज करते हुए राजनीति के खेल के माहिर खिलाड़ी शरद पवार ने भी अपना पावर प्ले गेम शुरू कर दिया है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि इस लड़ाई में क्या चाचा शरद पवार अपने भतीजे अजीत पवार को पटखनी देने में कामयाब होते हैं या नहीं।