मुंबई: मुंबईकरों (Mumbaikars) से बकाया प्रापर्टी टैक्स (Outstanding Property Tax) वसूलने के लिए बीएमसी (BMC) अधिकारी वर्ष के आखिर में भाग दौड़ करते हैं। मुंबईकरों के पास बीएमसी का कुल 17 हजार करोड़ रुपए प्रापर्टी बकाया है। इस वर्ष 6 महीना बीतने के बाद बीएमसी ने अब तक केवल 10 फीसदी प्रापर्टी टैक्स की वसूली की गई है।
मुंबई में चुंगी बंद होने के बाद अब बीएमसी की आय का मुख्य जरिया प्रापर्टी टैक्स ही रह गया है। हजारों करोड़ रुपए बकाया होने के बाद भी लोग टैक्स भरने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं। कोविड काल में टैक्स वसूलने को लेकर बीएमसी ने जोर नहीं दिया था। अब कोविड नहीं है फिर भी टैक्स वसूली में शिथिलता बरती जा रही है।
कोरोना काल में माफ किए गए थे कई टैक्स
प्राप्त जानकारी के अनुसार, मुंबईकरों के पास 17,236 करोड़ रुपए प्रॉपर्टी टैक्स बकाया है। इसमें भी 2,547 करोड़ रुपए टैक्स वसूली का मामला कोर्ट में विचाराधीन है। कोरोना संकट से पहले बीएमसी ने प्रापर्टी टैक्स वसूलने के लिए सख्ती बढ़ी थी। बकायेदारों की संपत्ति, ऑफिस कंप्यूटर आदि भी जब्त किए गए थे। बड़े प्रापर्टी बकायेदारों में बिल्डर, होटल मालिक, संस्थाएं, व्यावसायिक संस्थान, औद्योगिक संस्थान, ओपन स्पेस, लघु उद्योग, सरकारी स्वामित्व वाली संपत्ति, शैक्षणिक संस्थान और मॉल्स आदि शामिल हैं। इसमें कोरोना के दौरान बड़े होटलों को टैक्स वसूलने के बदले उन्हें बीएमसी ने उपहार देकर कई प्रकार के टैक्स माफ कर दिए थे।
7,100 करोड़ रुपए वसूलने का लक्ष्य निर्धारित
बीएमसी के अधिकारी ने बताया कि बीते वर्षों में जिन लोगों के टैक्स बकाया हैं उनकी जानकारी हमारे पास उपलब्ध है, लेकिन इस वर्ष अभी बकायेदारों की सूची तैयार की जा रही है। सूची मिलने के बाद उसे जल्द ही बीएमसी वेबसाइट पर अपलोड कर दिया जाएगा। अधिकारी ने बताया कि मौजूदा आर्थिक वर्ष में बीएमसी ने 7,100 करोड़ रुपए वसूलने का लक्ष्य निर्धारित किया है। अभी तक 670 करोड़ रुपए की वसूली की गई है। जिन बकायेदारों का अधिक बकाया है उनकी प्रॉपर्टी जब्त संपत्ति को नीलाम किया जाएगा। अब तक मुंबई में ऐसी 5,275 प्रॉपर्टी जब्त की गई है। अधिकारी ने कहा कि जिन बकायेदारों को अपनी संपत्ति को नीलामी से बचाना है, वे 25% भुगतान कर नीलामी से बच सकते हैं अन्यथा उनकी संपत्ति नीलाम कर दी जाएगी।