Mumbai Metro

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मुंबई: पश्चिमी उपनगर के मेट्रो 2 ए और 7 का विस्तार कहे जाने वाले मेट्रो-9 का निर्माण तेजी से शुरू है। दहिसर नाके से मीरा-भायंदर (Mira-‍Bhayandar) तक नए मेट्रो मार्ग का 55 प्रतिशत काम पूरा होने का दावा एमएमआरडीए (MMRDA) की ओर से किया गया है।

मेट्रो रूट-9 के मेदेतिया नगर मेट्रो स्टेशन एक तीन-स्तरीय निर्माण कार्य हो रहा है। इसमें पहले लेबल पर फ्लाईओवर, दूसरे पर एक कॉनकोर्स और तीसरे स्तर पर एक प्लेटफ़ॉर्म होगा। इस स्टेशन की कुल ऊंचाई सड़क स्तर से 35 मीटर ऊपर है। स्टेशन 63.63 प्रतिशत पूरा हो गया है, जिसमें प्लेटफॉर्म स्तर तक सभी पियर खड़े किए गए हैं। इसके साथ पीपीसी निर्माण का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। वैसे इस रूट के सभी स्टेशन लगभग 51 प्रतिशत हो गए हैं।

10.08 किमी का मार्ग

मुंबई मेट्रो-9 मुंबई उपनगरों को मीरा-भायंदर शहर से जोड़ने वाला 10.08 किमी का मार्ग है। इसमें 8 एलिवेटेड स्टेशन शामिल होंगे। यह नई लाइन मौजूदा वेस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे, वेस्टर्न रेलवे, मेट्रो लाइन 2ए (दहिसर से डीएन नगर) और मेट्रो लाइन 7 (अंधेरी पूर्व से दहिसर पूर्व) को कनेक्टिविटी प्रदान करेगी। हालांकि मेट्रो लाइन-9 के डिपो का अभी तक निर्णय नहीं हो पाया है। भविष्य में मेट्रो लाइन-9 को घाटकोपर-ठाणे-कासारवडवली मेट्रो से जोड़ने की योजना है।

3 किमी डबल डेकर मेट्रो वायाडक्ट

यह मेट्रो लाइन अन्य मेट्रो लाइनों से अलग है, क्योंकि इस मेट्रो लाइन में दो इंटरचेंज मेट्रो स्टेशन होंगे। पहला इंटरचेंज स्टेशन दहिसर होगा। जहां से यह मेट्रो रूट-7 और मेट्रो रूट 2A के साथ इंटरचेंज कर सकता है और दूसरा स्टेशन मीरागांव मेट्रो स्टेशन होगा जहां से यह मेट्रो रूट-10 के साथ इंटरचेंज होगा। इसमें वाहनों के ट्रैफिक के लिए फ्लाईओवर के साथ तीन किमी डबल डेकर मेट्रो वायाडक्ट है। ट्रैफिक को सुगम बनाने के लिए पहला फ्लाईओवर हाटकेश जंक्शन और सिल्वर पार्क जंक्शन पर बनाया गया है, जबकि दूसरा फ्लाईओवर (नयानगर) और कनकिया जंक्शन और तीसरा दीपक अस्पताल के पास होगा जो मीरा-भायंदर को काशी-मीरा नेशनल हाईवे फ्लाईओवर से जोड़ने वाला डायरेक्ट कनेक्टर होगा।

चुनौतीपूर्ण कार्य

एमएमआरडीए आयुक्त एसवीआर श्रीनिवास के अनुसार, मेट्रो रूट-9 एमएमआर में एकीकृत परिवहन प्रणाली का एक उत्कृष्ट उदाहरण होगा। यह काफी चुनौतीपूर्ण कार्य है। वर्तमान में मेट्रो-9 का अंतिम स्टेशन भायंदर में नेताजी सुभाष चंद्र चौक है। यदि मार्ग को उत्तन तक बढ़ाया जाता है तो इस कॉरिडोर को चार किमी और बढ़ाना होगा।