Mumbai Metro 2A

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    मुंबई: मेट्रो ट्रेनों (Metro Trains) के संचालन के समय पॉवर सप्लाई (Power Supply) में आने वाली समस्या को रोकने के लिए मुंबई मेट्रो (Mumbai Metro) के पोल पर एंटी बर्ड नेस्टिंग नेट (Anti Bird Nesting Net) लगाए जाएंगे। महा मुंबई मेट्रो कॉर्पोरेशन ऑपरेशन लिमिटेड (एमएमएमओसीएल) ने यह निर्णय लिया है।

    एमएमआरडीए (MMRDA) के माध्यम से मुंबई एमएमआर (Mumbai MMR) में मेट्रो परियोजनाओं पर कार्य हो रहा है। जल्द ही मेट्रो 2 ए  और 7 के पहले चरण की शुरुआत होने वाली है। संचालन की जिम्मेदारी एमएमएमओसीएल की होगी। एक अधिकारी ने बताया कि कई मेट्रो पोल पर पक्षी घोसले बना देते हैं, जिसकी वजह से पोल से जुड़े ओवर हेड वायर से बिजली की सप्लाई बाधित होती है। इस समस्या के समाधान के लिए एंटी-बर्ड नेस्टिंग पीवीसी नेट लगाने का निर्णय लिया गया है।

    44 लाख होंगे खर्च

     मेट्रो पोल पर पक्षियों को घोसला बनाने से रोकने के लिए पीवीसी जाली लगाई जाएगी। इस पर लगभग 44 लाख रुपए खर्च होंगे। मुंबई मेट्रो रेक स्वदेशी रूप से निर्मित चालक रहित ट्रेनें हैं जो 25 केवी एसी ट्रैक्शन पावर पर संचालित होगी।

    शार्ट सर्किट की घटनाएं

    एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा,कि मार्च की शुरुआत में जैसे ही पक्षी घोंसला बनाना शुरू करते हैं, शार्ट सर्किट की घटनाएं बढ़ जाती हैं। ये पक्षी घोंसले बनाने के लिए लकड़ी के टुकड़े के साथ कभी-कभी पतली धातु के तार इकट्ठा करते हैं, जिससे बिजली प्रवाह में बाधा आती है। इन्हें रोकने के लिए जाली आवश्यक है। एमएमआरडीए की मेट्रो लाइन 2 ए (दहिसर-अंधेरी) और मेट्रो लाइन 7 (दहिसर ई-अंधेरी ई) जल्द ही संचालन के लिए तैयार है। इन दोनों लाइनों पर दहानूकरवाड़ी से आरे के बीच 20 किलोमीटर लंबा ट्रैक मेट्रो रेल सुरक्षा आयुक्त से अंतिम मंजूरी के बाद खुल जाएगा।