मुंबई: मुंबई (Mumbai) समेत महाराष्ट्र (Maharashtra) में कोरोना मरीजों (Corona Patients) की बढ़ती संख्या ने सरकार का टेंशन बढ़ा दिया है। ऐसे में सरकार सख्त लॉकडाउन लगाने की तैयारी में है। हालांकि स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे (Minister Rajesh Tope) ने कहा है कि फिलहाल तुरंत लॉकडाउन (Lockdown) नहीं लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार राज्य की हालात की कड़ी निगरानी कर रही है। लेकिन स्थिति काबू से बाहर होती है तो ऑटोमेटिक रूप से लॉकडाउन लग जाएगा।
राजेश टोपे ने कहा कि अगर राज्य में 700 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की खपत शुरू होती है तो महाराष्ट्र में ऑटो मोड में तालाबंदी हो जाएगी। टोपे ने कहा कि मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, इसलिए नियमों का सख्ती से पालन करना होगा। सरकार की पहली प्राथमिकता संक्रमण को रोकने की है, ताकि मरीजों की संख्या न बढ़े।
मुंबई-पुणे में बढ़ रहे तेजी से मरीज
टोपे ने मुंबई-पुणे में कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या के बाद कड़े प्रतिबन्ध लगाने के बारे में कहा कि इन शहरों में सकारात्मकता दर के अलावा बेड और ऑक्सीजन की उपलब्धता को देखते हुए सही फैसला लिया जाएगा।
अभी इन पर फैसला नहीं !
राजेश टोपे ने कहा कि होटल, सिनेमा हॉल, स्कूल-कॉलेज पर अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है। ऐसे में इन्हें फ़िलहाल चालू रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि टीकाकरण पर जोर देने के लिए सरकार गंभीर है।
कोरोना के कारण स्थिति बहुत तेजी से बिगड़ रही है, लेकिन अगर स्थिति बेकाबू होती है हमें कड़ा फैसला लेना होगा। लोग सावधान रहें, राज्य में 10 मंत्री और 20 से ज्यादा नेता कोरोना संक्रमण के शिकार हो चुके हैं। मैं सभी से नियमों का कड़ाई से पालन करने की अपील करता हूं।
-अजीत पवार, उपमुख्यमंत्री, महाराष्ट्र
मुंबई शहर की आबादी बहुत ज्यादा है। यहां कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल सकता है। अगर अगले कुछ दिनों में मरीजों की संख्या बढ़ती है, तो हमें कुछ दिनों के लिए लॉकडाउन लगाने पर फैसला करना पड़ सकता है। मैं मुंबई वासियों से मास्क पहनने, टीकाकरण कराने और नियमों का पालन करने का आग्रह करता हूं।
-असलम शेख, पालक मंत्री, मुंबई शहर
अगर देश में कोरोना की तीसरी लहर आती है तो इसके लिए बीजेपी जिम्मेदार होगी। देश में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, लेकिन केंद्र की बीजेपी सरकार का फोकस सिर्फ पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव पर है। बीजेपी को देश के लोगों के जान की कोई फिक्र नहीं है।
-नवाब मलिक, कैबिनेट मंत्री