ARREST
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    मुंबई: दादर पुलिस (Dadar Police) ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश कर दो हिस्ट्रीशीटरों को गिरफ्तार किया है, जो लोन (Lone) दिलाने के नाम पर लोगों से ठगी (Cheating) करता था। दोनों की पहचान अमित दवाने और आनंद नाइक के रूप में हुई है, जबकि इनके दो साथी प्रमोद प्रभुलकर और ओंकार बेलनेकर अभी भी फरार है। पुलिस ने बताया कि इन सभी के खिलाफ मीरा रोड, भिवंडी और ठाणे के पुलिस स्टेशनों में एक जैसे मामले दर्ज हैं।

    पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, इस रैकेट का पर्दाफाश एक वडाला निवासी अरविंद शेंडगे (45) की शिकायत के बाद हुआ है। इन्हें अपने बच्चे के इलाज के लिए 1.5 लाख रुपए की सख्त जरूरत थी। सुरक्षा गार्ड के रूप में काम करने वाले शेंडगे ने एक परिचित से मदद मांगी, जिसने उसे नाइक और प्रभुलकर से मिलवाया था। उसके बाद यह दोनों शिकायतकर्ता को बेलनेकर और दमन के पास ले गए थे। 

    आरोपियों ने उधार के पैसे से तीन कारें खरीदी

    ऋण औपचारिकताओं के बहाने,संदिग्धों ने शेंडगे के आधार,पैन कार्ड,फोटो आदि ले लिया और शिकायतकर्ता के नाम पर खुद विभिन्न वित्त कंपनियों से गाड़ी लोन लिया और उन उधार के पैसे से तीन कारें खरीदी थी। शेंडगे को अंतत में धोखाधड़ी का एहसास तब हुआ जब वाहन के दस्तावेज़ उनके घर पर कूरियर किए गए, इसके बाद इन्होने पुलिस से संपर्क किया और पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की है।

    पुलिस ने बरामद की दो कारें

    दादर पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक महेश मुगुत्राव ने बताया कि यह गिरोह जरूरतमंदों के नाम पर  कर्ज लेकर उससे कार खरीदता है और बाद में उसे बेच देता है।पुलिस ने इनके पास से दो कार बरामद की है और आगे की जांच कर रही है।