शर्तों के साथ छठ पूजा की अनुमति, BMC ने जारी की गाइडलाइन

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    मुंबई : उत्तर भारत-बिहार के पवित्र पर्व छठ पूजा (Chhath Puja), जो सूर्यास्त के समय नदी, समुद्र के किनारे जल में की जाती है। कुछ शर्तों (Conditions) के साथ  सरकार ने मंजूरी दी है। बीएमसी कमिश्नर इकबाल सिंह चहल (BMC Commissioner Iqbal Singh Chahal) ने कहा कि मुंबई (Mumbai) में अभी संक्रामक वायरस कोरोना (Corona) प्रकोप चल रहा है। मुंबई में प्रत्येक महीने 13-14 हजार कोरोना के मरीज (Corona Patients) मिल रहे हैं। ऐसी परिस्थिति में छठ पूजा के लिए कुछ हिदायतों के साथ मंजूरी दी गई है। बीजेपी प्रवक्ता भालचंद्र शिरसाट (BJP Spokesperson Bhalchandra Shirsat) ने बीएमसी कमिश्नर को पत्र (Letter) लिख कर छठ पूजा की अनुमति देने की मांग की थी। जिसके बाद कमिश्नर ने यह अनुमति दी है।

    कमिश्नर ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर के आने का खतरा अभी भी बरकरार है। पूजा के समय भीड़ नहीं बढ़े इसलिए सभी से सतर्कता बरतने की अपेक्षा है। बीएमसी ने कोरोना पूजा के लिए कुछ प्वाईंट रखे हैं जिसके मर्यादा में रह कर पूजन करना होगा।

    • सामाजिक दूरी का पालन करें।
    • सावधानी के तौर  पर समुद्र किनारे छठ पूजा सामहिक आयोजन से परहेज करें।
    • पूजा के समय भीड़ जमा ने हो इसका बात का पुलिस ख्याल रखे।
    • विभागीय स्तर सामाजिक संस्थाएं जो छठ पूजा आयोजित करती हैं, उन्हें कृत्रिम तालाब बनाने के लिए प्रोत्साहित करें, पूजा के बाद संबंधित व्यक्ति अथवा संस्था को ही कृत्रिम तालाबों को पाटना होगा।
    • खुले परिसर में पूजा के समय कुल क्षमता का 50 प्रतिशत, परंतु अधिकतम 200 लोग के शामिल हो सकते हैं।
    • बंद स्थानों पर 50 प्रतिशत यानि केवल 100 लोग ही एक साथ जमा हो सकते है।
    • कृत्रिम तालाबों के पास भीड़ नहीं बढ़ने दें।
    • श्रद्धालुओं को मात्र पूजा के लिए ही अनुमति।
    • पूजा की जगह की सफाई के लिए रसायनिक छिड़काव करें, थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था होनी चाहिए।
    • स्वास्थ्य सेवा के लिए डॉक्टर दस्ता तैयार रहेगा।  आवश्यकता के अनुसार श्रद्धालुओं की की आरटीपीसीआर जांच होगी।
    • ध्वनि प्रदूषण की अनुमति नहीं है। छठ पूजा के दौरान सरकार की सारी हिदायतों का पालन करना अनिवार्य है।नियम भंग नहीं हो यह देखने की जिम्मेदारी पुलिस की है।