पीएम संवाद से सीएम ठाकरे रहे गैरहाजिर,  राजेश टोपे को नहीं मिला बोलने का मौका

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    मुंबई: पीएम नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi)  ने देश में कोरोना (Corona) की स्थिति की समीक्षा के लिए गुरुवार को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के अलावा केंद्र शासित प्रदेशों के प्रमुखों के साथ वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से चर्चा की। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Chief Minister Uddhav Thackeray) अपने ख़राब स्वास्थ्य की वजह इस चर्चा में शामिल नहीं हुए। वहीँ उनकी गैरहाजरी में स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे (Rajesh Tope) को पीएम के साथ संवाद के लिए भेजा गया था, लेकिन बैठक के दौरान उन्हें बोलने का मौका नहीं मिला। 

    हालांकि उन्होंने लिखित रूप में प्रधानमंत्री के सामने अपनी मांगों को रखा है। बैठक के बाद स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि केवल मुख्यमंत्री को बैठक में बोलने की अनुमति थी। हमने यह अनुरोध किया कि हमें भी महाराष्ट्र का पक्ष रखने का मौका दिया जाए, लेकिन अनुमति न मिलने पर हमने लिखित में मांग सामने रखी है।

    क्यों मुख्यमंत्री नहीं हुए शामिल

    यह पूछे जाने पर कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे बैठक में क्यों शामिल नहीं हो सके। इसके जवाब में राजेश टोपे ने कहा कि डॉक्टरों ने बताया कि ऑपरेशन के बाद ढाई घंटे तक एक ही जगह पर बैठना मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं है। इसलिए उन्होंने पीएम बैठक में शामिल नहीं होने का फैसला किया।

    कोवैक्सीन टीकों की अतिरिक्त आपूर्ति की मांग

    राजेश टोपे ने कहा कि मैंने केंद्र सरकार से कोवैक्सीन टीकों की अतिरिक्त आपूर्ति की मांग की है। उन्होंने कहा कि केंद्र के टीकाकरण कार्यक्रम के तहत हम लोगों ने 40 लाख कोवैक्सीन और 50 लाख कोवशील्ड उपलब्ध कराने की मांग की है। मुख्य रूप से 15 से 18 वर्ष और 60 से अधिक आयु वर्ग के लोगों और फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं के लिए कोवैक्सीन की आपूर्ति कम है।