मुंबई: मुंबई (Mumbai) के नरीमन प्वाइंट (Nariman Point) से बांद्रा (Bandra) तक बन रहे कोस्टल रोड़ (Coastal Road) के दूसरे पैकेज का महत्वपूर्ण कार्य सोमवार को पूरा हो गया। इसी के साथ 2.7 किमी लंबी दोहरी सुरंग (Tunnel) की खुदाई में लगी टीबीएम मशीन मावला (TBM Machine Mawla) ने सुरंग खुदाई का काम भी पूरा कर लिया। पूरे प्रोजेक्ट का यह सबसे अहम कार्य था। इस क्षण को देखने के लिए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Chief Minister Uddhav Thackeray) स्वतः वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने कोस्टल रोड़ निर्माण में लगी पूरी टीम को बधाई देते हुए कहा कि आज के ही दिन एक वर्ष पूर्व सुरंग निर्माण का काम शुरु हुआ था जिसे सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है। मुंबई में आए तूफान, बरसात और कोरोना की तीसरी लहर के बाद भी काम करने की गति को मंदा नहीं होने दिया गया।
उन्होंने कहा कि 1995 में युति सरकार के दौरान मुंबई में 55 फ्लाईओवर बनाए गए थे, लेकिन यातायात के लिए वह भी कम पड़ने लगे हैं। कोस्टल रोड़ के कारण न केवल मुंबई का चेहरा बदलेगा, बल्कि मुंबईकरों के यातायात को सुगम बनायेगा।
तय समय पूरा होगा काम
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोस्टल रोड़ निर्माण के लिए जो समय निर्धारित किया गया है तय समय पर काम पूरा होगा। उन्होंने कहा इस मार्ग के निर्माण में किसी प्रकार की बाधा नहीं आयेगी। सुरंग के आखिरी चरण का काम देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग जमा हुए थे। ढोल-ताशे के अलावा मावला पर पुष्प वर्षा का भी इंतजाम किया गया था। इस घटनाक्रम को यू-ट्यूब पर लाइव प्रसारित किया गया जिसे 302 लोगों ने लाइव देखा।
प्रियदर्शनी पार्क पासून मरिन ड्राइव्हच्या दिशेने कोस्टल रोडच्या पहिल्या बोगद्याचे खोदकाम आज पूर्ण झाले.
Excavation of the 1st Tunnel from Priyadarshani Park to Marine Drive of the Mumbai Coastal Road is completed today!
Work began on 11th January 2021
Watch the historic moment pic.twitter.com/vt4AwzA0ZB
— CMO Maharashtra (@CMOMaharashtra) January 10, 2022
जमीन से 70 मीटर नीचे बनी सुरंग
सुरंग के निर्माण में दो बड़ी बाधाएं थी। हिंगिंग गार्डन के नीचे मीठा पानी के श्रोत का भंडार है जिसके नीचे से सुरंग बनानी पड़ी। इसके अलावा मलबार हिल में कई इमारतें थी जिनके नीचे से सुरंग बनाई गई है। इन दोनों बाधाओं को बिना नुकसान पह़ुंचाए पूरा किया गया। जमीन से 70 मीटर करीब 200 फुट नीचे सुरंग बनाया गया है।
200 टन निकला मलबा
कोस्टल रोड़ प्रोजेक्ट के चीफ इंजीनियर विजय निघोट ने बताया कि सुरंग निर्माण में 200 टन मलबा निकला है जिसे कहीं फेंकने के बजाय कोस्टल रोड़ के खाली जगह को पाटने में किया गया। कोस्टल रोड़ सुरंग की खुदाई में लगी टीबीएम मशीन मावला की ऊंचाई 4 मंजिला इमारत जितनी है। इसका व्यास 12.19 मीटर और वजन 2700 टन है। इस भारी भरकम मशीन का मावला नाम आदित्य ठाकरे ने दिया था। कोस्टल रोड की 2.07किमी लंबी समानांतर दो सुरंग का निर्माण किया जाना था जिसमें एक सुरंग का काम पूरा हो गया है। दूसरी सुरंग का काम अप्रैल 2022 से शुरु होगा।