Mumbai Metro-3

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    मुंबई: आर्थिक राजधानी की पहली अंडरग्राउंड मेट्रो की निर्माण लागत में 10 हजार 270  करोड़ की बढ़ोतरी हो गई है। बांद्रा-कोलाबा-सीप्ज़ (Bandra-Colaba-Seepz ) तक 33.5 किमी भूमिगत मेट्रो-3 (Underground Metro-3) का काम तेजी से चल रहा है। राज्य सरकार ने संशोधित लागत को अपनी मंजूरी दे दी है, परंतु अब तक केंद्र सरकार की हरी झंडी का इंतजार हो रहा है। 

    उल्लेखनीय है कि मेट्रो-3 की लागत में अब तक 44 प्रतिशत वृद्धि हो चुकी है। एमएमआरसीएल के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, मुंबई मेट्रो-3 की परियोजना की शुरूआती लागत 23,136 करोड़ रुपए से बढ़ कर 33,405.82 करोड़ रुपए हो गई है। राज्य सरकार 10,269.82 करोड़ रुपए के अतिरिक्त खर्च को मंजूरी देते हुए केंद्र के पास प्रस्ताव भेज दिया था। 

    राज्य और केंद्र सरकार के पास 11.08 प्रतिशत इक्विटी

    पहले इस परियोजना की राज्य और केंद्र प्रत्येक के पास 2402। 7 करोड़ अथार्थ 10.4 प्रतिशत इक्विटी थी। बढ़ी हुई लागत के साथ राज्य और केंद्र सरकार दोनों को 3,699.81 करोड़ रुपए की 11. 08 प्रतिशत की इक्विटी हो गई है। राज्य सरकार चाहती है कि केंद्र अपनी इक्विटी में वृद्धि के साथ 1297.74 करोड़ रुपए का भुगतान समय पर कर दें। एमएमआरडीए राज्य सरकार के हिस्से का भुगतान कर रहा है। इसी तरह अब जेआईसीए से ऋण 13,235 करोड़ रुपए से 6,689.34 करोड़ बढ़कर 19,924.34 करोड़ रुपए हो गया है। 

    देरी से बढ़ा खर्च

    वर्ष 2016 में एमएमआरसीएल के माध्यम से मेट्रो-3 के काम की शुरुआत हुई। जापान सरकार के वित्तीय सहयोग से शुरू हुए अंडर ग्राउंड मेट्रो के काम को 2021 तक पूरा करने का लक्ष्य था, परंतु कोरोना, कारशेड विवाद सहित अनेक कारणों की वजह से परियोजना में देरी होती रही। 

    2023 तक मेट्रो-3 का पहला चरण

    आरे में मेट्रो-3 का कारशेड बनाने का काम फुल स्पीड में है।  एमएमआरसीएल की एमडी अश्विनी भिड़े के अनुसार, मेट्रो कारशेड बनाने का काम लगभग 55 प्रतिशत पूरा हो गया है।  उल्लेखनीय है कि मेट्रो-3 की टनलिंग का काम शत-प्रतिशत होने के बाद अब सुरंग के अंदर ट्रैक, ओवरहेड और बिजली आपूर्ति का काम हो रहा है। 2023 तक मेट्रो-3 का पहला चरण शुरू करने का लक्ष्य है। 

    65 प्रतिशत ट्रैक का काम

    आरे से लेकर बीकेसी तक ट्रैक बिछाने का लगभग 65 प्रतिशत काम पूरा कर लिया गया है। इसके साथ दूसरे फेज में बीकेसी से लेकर कफ परेड तक मेट्रो रेल लाइन बिछाने का काम लगभग 42 प्रतिशत हो गया है। स्टेशन बनाने का काम तेजी से चल रहा है। विभिन्न स्टेशनों पर 105 एस्केलेटर, 19 लिफ्ट, 10 प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर और 12 पैसेंजर इंफॉर्मेशन डिस्प्ले सिस्टम लगाए गए हैं।