-सूरज पांडे
मुंबई: देश के प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों में से एक आईआईटी बॉम्बे (IIT Bombay) में एक बार फिर कोविड (Covid) ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। पिछले 14 दिनों में कैंपस (Campus) में 5 लोगों में कोविड की गिरफ्त में आए हैं। इन सभी का उपचार आईआईटी में बने कोविड केंद्र में चल रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, आईआईटी में 21 नवंबर से 4 दिसंबर के बीच 5 लोग कोरोना वायरस (Corona Virus) से ग्रसित हुए हैं। इसमें कैंपस में रहनेवाले कर्मचारियों के दो परिवार हैं, जिनके 4 लोगों में कोविड की पुष्टि हुई है, जबकि एक-एक छात्र में कोविड से ग्रस्त पाया गया है। छात्र को एक सप्ताह के लिए क्वारंटाइन (Quarantine) किया गया था, बताया जा रहा है कि उक्त छात्र मुंबई के बाहर गया था। इस संदर्भ में जब आईआईटी बी की प्रवक्ता से संपर्क साधा गया तो उनके ओर से कोई प्रतिक्रिया खबर लिखे जाने तक नहीं मिली।
गौरतलब है कि इससे पहले 24अक्टूबर से 6 नवंबर के बीच भी 5 छात्र कोविड संक्रमित मिले थे। राहत भरी बात यह है कि सभी की अच्छे से रिकवरी हो गई, लेकिन आईआईटी में कोरोना की उपस्थिति चिंताजनक बात है। आईआईटी बी के प्रबंधन ने ट्रेसिंग टीम और टॉस्क फ़ोर्स टीम का घटना भी किया है, जो इन सब बातों पर नजर रखता है। सूत्रों की माने तो अब आईआईटी बी भी विद्यार्थियों और कर्मचारियों से उनके टीकाकरण पूर्ण होने का सर्टिफिकेट की एक प्रति मांग अपने पास रखेंगे।
कुछ लोग नहीं ले रहे वैक्सीन
विश्व और देश के सर्वश्रेष्ठ शैक्षणिक संस्थानों में से एक आईआईटी बॉम्बे के कुछ विद्यार्थी और फैकल्टी कोविड वैक्सीन लेने से कतरा रहे हैं। आश्चर्य की बात यह है कि आईआईटी-बी के प्रबंधन को यह नहीं मालूम कि कितने विद्यार्थियों और फैकल्टी ने वैक्सीन ली है, फिलहाल सर्वे जारी है। समिति ने यह सलाह दी है कि कैंपस में आने वाले विद्यार्थी कम से कम एक डोज ले यदि वे वैक्सीन नहीं लेते हैं तो उन्हें नियमानुसार कोविड टेस्ट से गुजरना होगा।
ओमीक्रोन से निपटने के लिए गाइडलाइन में बदलाव
ओमीक्रोन के संकट को देखते हुए समिति ने कोविड नियमों कुछ बदलाव करने का निर्णय लिया है। इसी के साथ विदेश से आने वाले विद्यार्थियों को कम से कम एक सप्ताह तक सख्त क्वारंटाइन में रखने की बात भी कही गई है। वहीं मुंबई के बाहर से आने वाले विद्यार्थियों को एक सप्ताह के लिए सॉफ्ट क्वारंटाइन में रखा जाएगा। इसी के साथ कोविड नियमों को सख्ती से पालन करने का दिशा- निर्देश भी जारी किया गया है।