
मुंबई. मुंबई (Mumbai) के पूर्वी उपनगर की निवासी 78 वर्षीय बुजुर्ग महिला में कोरोना वायरस (Coronavirus) का डेल्टा प्लस वेरिएंट (Delta Plus Variants) होने की पुष्टि हुई है। हालांकि स्वास्थ्य मंत्री ने 2 मरीज की बात कही, लेकिन महानगरपालिका स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि दूसरा मरीज ठाणे (Thane) का था।
गौरतलब है कि राज्य के सभी जिलों से अब तक 7500 सैंपल पुणे के एनआइवी लैब जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजे गए थे। जांच में अब तक 21 सैंपल में डेल्टा प्लस वेरिएंट मिले हैं, जिसमें से रत्नागिरी में 9, जलगांव में 7, ठाणे में 2, पालघर में 1, सिंधुदुर्ग में 1 और मुंबई के एक सैंपल नए वेरिएंट की पुष्टि हुई है। बीएमसी की कार्यकारी स्वास्थ्य अधिक डॉ. मंगला गोमारे ने बताया कि 78 वर्षीय बुजुर्ग का अप्रैल में टेस्टिंग की गई और वे पॉजिटिव निकली उसके बाद उनका सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजा गया। बुजुर्ग के परिवार के अन्य लोगों में भी कोरोना की पुष्टि हुई थी, लेकिन किसी को कोई समस्या नहीं थी और वे लोग ठीक हो चुके हैं। जिस बुर्जुग में डेल्टा प्लस वेरिएंट मिला वो असिम्प्टोमैटिक थी। उनकी कोई ट्रेवल हिस्ट्री भी नहीं है। परिवार के अन्य सदस्यों के सैंपल भेजे गए हैं।
बीएमसी के पास जीनोम सिक्वेंसिंग की सुविधा न होने के कारण हमें सैंपल पुणे नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) भेजना पड़ता है। अप्रैल के सैंपल की रिपोर्ट हमें अब पता चल रही है। इसलिए हमने कस्तूरबा में ही जीनोम सिक्वेंसिंग शुरू करने की तैयारी लगभग कर ली है। इस महीने में जीनोम सिक्वेंसिंग शुरू हो जाएगी और हमें जल्द ही वायरस के बदलाव के बारे में पता चलेगा। यह हमारे लिए आगे की रणनीति बनाने के लिए काफी सहायता करेगी।
- सुरेश काकानी, अतिरिक्त मनपा आयुक्त