मुंबई. महाराष्ट्र में मच्छरों का आतंक बढ़ रहा है, ऐसा कहे तो गलत नहीं होगा। राज्य में पिछले एक महीने में डेंगू के केसेस में 137 फीसदी की वृद्धि हुई है। यानी इस वर्ष जनवरी से अगस्त तक जितने मामले रिपोर्ट हुए थे उससे अधिक केवल एक महीने में रिपोर्ट हुए हैं। डेंगू के मामलों में इस कदर उछाल यही बताता है कि डेंगू आउट ऑफ कंट्रोल हो रहा है।
साफ पानी में पन्नपने वाले एडिजी इजिप्टी मच्छर के काटने से होनेवाली डेंगू बीमारी का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। जहां राज्य में 1 जनवरी से 16 अगस्त 2021 तक डेंगू के कुल 2554 केसेस रिपोर्ट हुए थे। वहीं 17 अगस्त से 14 सितंबर के बीच 3390 केसेस रिपोर्ट हुए हैं। यानी अब तक कुल 5944 डेंगू के केसेस रिपोर्ट हो चुके हैं। उक्त आंकड़े बताते हैं कि पिछले एक महीनों में मामलों में बेतहासा वृद्धि हुई है। इस बार मामलों में वृद्धि का बड़ा कारण बारिश भी है, लेकिन एक्सपर्ट्स की माने तो कही न कहीं प्रशासन इस नियंत्रित रखने में अशक्षम भी रही है।
प्रशासन को करना चाहिए दवा का छिड़काव
डायरेक्टरेट ऑफ हेल्थ एंड सर्विसेस (डीएचएस) के पूर्व संचालक डॉ. संजीव कांबले ने बताया कि इस बार राज्य के कई हिस्सों में काफी बारिश हुई है। जलजमाव भी हुआ है। पिछले एक महीने में रुक-रुक कर बारिश होने के चलते मच्छरों को पन्नपने के लिए अनुकूल वातावरण भी मिल रहा है। यही कारण हो सकता है कि मामलों में वृद्धि हो रही है। एक कारण यह भी हो सकता है कि डेंगू के स्ट्रेन में बदलाव हुआ है। लोगों को अपने आसपास साफ सफाई रखनी चाहिए, जहां भी जल जमा कर रखा हो उसे अच्छे से ढंकना चाहिए ताकि मच्छर उसमें पन्नपे न। प्रशासन को फोगिंग, दवा का छिड़काव करना चाहिए ताकि मच्छर पन्नप न सके।
2019 से भी अधिक केसेस इस वर्ष
स्वास्थ्य विभाग से मिले आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2019 में डेंगू के 2064 लोग डेंगू से ग्रसित हुए थे, जबकि इस वर्ष 14 सितंबर तक ही डेंगू से ग्रसित होनेवालों का आंकड़ा 5944 तक पहुंच गया है। यानी 2019 की तुलना में इस वर्ष के सितंबर महीने तक डेंगू के मामले में 188 फीसदी की वृद्धि हुई है। बता दें कि कोविड के चलते 2020 में भी डेंगू के 3356 केसेस थे।
अब तक 11 ने गंवाई जान
राज्य में डेंगू के चलते अब तक 11 लोगों की मौत हुई हैं, जबकि 2020 में केवल 10 लोगों की मौत हुई थी और 2019 में मात्र 3 लोगों की मौत उक्त बीमारी के कारण हुई थी।
सोमवार को डेंगू के बढ़ते मामलों को लेकर सभी जिला स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ ऑनलाइन मीटिंग ली है। इस बार राज्य में काफी बारिश हुई है, मामलों में वृद्धि भी हुई है। ऐसे में हम टेस्टिंग और इलाज पर अपना ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। इसी के साथ अन्य नॉन-कोविड बीमारियों पर भी फोकस करने का निर्देश दिया गया है।
-अर्चना पाटिल, संचालक, डीएचएस
डेंगू के मामलों में वृद्धि का एक कारण स्ट्रेन में हो रहा बदलाव भी हो सकता है। अब जब मामले बढ़ रहे है तो प्रशासन को टेस्टिंग पर अधिक जोर देना चाहिए। फीवर और लक्षण है है तो मलेरिया और डेंगू की टेस्टिंग जरूर करें। ताकि सही समय पर बीमारी का पता चल जाए और तत्काल उपचार भी शुरू हो जाए।
-डॉ. ओम श्रीवास्तव, संक्रामक रोग विशेषज्ञ
डेंगू के आंकड़े
साल | मामले | मौत |
2018 | 11038 | 70 |
2019 | 2064 | 03 |
2020 | 3356 | 10 |
2021 | 5944 | 11 |
(14 सितंबर तक)