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    मुंबई: महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) से जुड़े ट्रांसफर पोस्टिंग मामले (Transfer Posting Case) में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अकोला (Akola) के पुलिस अधीक्षक जी. श्रीधर (G.Sridhar) से पूछताछ कर बयान दर्ज किया। इससे पहले ईडी ने राज्य के पूर्व मुख्य सचिव सीताराम कुंटे और पुणे ट्रैफिक पुलिस के पुलिस उपायुक्त राहुल श्रीरामे का बयान को दर्ज किया था। इस मामले में ईडी ने 5 आईपीएस अधिकारियों को समन भेज कर पूछताछ के लिए बुलाया है।

    अकोला के पुलिस अधीक्षक जी. श्रीधर ईडी के दफ्तर में हाजिर हुए। उनसे कई घंटे तक पूछताछ की गयी। ईडी ने पिछले दिनों उन्हें समन भेज कर पूछताछ के लिए बुलाया था। सूत्रों के मुताबिक ईडी ने जी. श्रीधर से पुलिस विभाग में वरिष्ठ अधिकारियों के तबादलों में वसूली को लेकर पूछताछ की गई। गुरुवार को ईडी ने पुणे ट्रैफिक पुलिस के पुलिस उपायुक्त राहुल श्रीरामे से तबादलों में रंगदारी वसूली को लेकर पूछताछ की गयी थी।

    पांच आईपीएस को समन

    अब तक ईडी इस मामले में राज्य के पूर्व मुख्य सचिव सीताराम कुंटे और गृह विभाग के उप सचिव कैलाश गायकवाड़ से पूछताछ कर चुकी है। पांच और आईपीएस अधिकारियों को समन भेज कर पूछताछ के लिए बुलाया गया है।

    ट्रांसफर और पोस्टिंग में 40 करोड़ की डील का आरोप

    पिछले दिनों मुंबई के बर्खास्त सहायक पुलिस निरीक्षक सचिन वझे ने ईडी को बयान दिया था कि जुलाई 2020 को मुंबई के तत्कालीन पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने 10 डीसीपी के ट्रांसफर और पोस्टिंग का आदेश जारी किया था। उस लिस्ट में जिनके नाम थे, उन सभी से 40 करोड़ रुपए लिए गए। इसमें से तत्कालीन गृह मंत्री अनिल देशमुख और परिवहन मंत्री अनिल परब ने 20-20 करोड़ रुपए लिए थे।

    मनी लॉन्ड्रिंग के तहत जांच

    वझे ने यह भी दावा किया था कि उस पर नौकरी बचाने का राजनीतिक दबाव था, इसलिए उसने अनिल देशमुख के कहने पर रेस्टोरेंट और आर्केस्ट्रा बार से वसूली की थी। ईडी इस मामले की मनी लॉन्ड्रिंग के तहत से जांच कर रही है। वसूली मामले में ईडी ने राज्य के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख और उनके दो सहायकों को गिरफ्तार किया है। देशमुख न्यायिक हिरासत में आर्थर रोड जेल में बंद हैं।