मुंबई: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता और राज्य के मंत्री नवाब मलिक (Nawab Malik) और वांटेड गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम (Dawood Ibrahim) की बहन हसीना पारकर से जुड़े मनी-लॉन्ड्रिंग मामले के संबंध में उपनगरीय मुंबई (Mumbai) के कुर्ला (Kurla) स्थित गोवावाला परिसर में एक सर्वेक्षण (Survey) कर रही है। मलिक की मुश्किलें जेल (Jail) जाने के बाद भी कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। मनी लॉन्ड्रिंग मामले गिरफ्तार (Arrested) किए गए नवाब मलिक के कुर्ला स्थित गोवावाला कंपाउंड के पास में मंगलवार की सुबह फिर से ईडी (ED) ने छापेमारी की।
सूत्रों की मानें तो ईडी अधिकारियों ने कंपाउंड में एक व्यक्ति से पूछताछ किया और उसके दस्तावेजों की जांच पड़ताल भी कर रहे है। वहीँ ईडी ने परिसर में रहने वाले मूल किरायेदारों और किराएदारों की पहचान की जांच के लिए इलाके का सर्वेक्षण किया है। जिन्हें मलिक ने पारकर से जमीन खरीदने के बाद सामने लाया था। ईडी के मुताबिक, मलिक ने जमीन का रजिस्ट्री मूल्य कम करने के लिए फर्जी किरायेदारों को पेश किया।
कुछ नई जानकारियां और दस्तावेज हाथ लगे
ईडी 2005 में नवाब मलिक को उनके भरोसेमंद सहयोगी सलीम पटेल के माध्यम से मालिक को गोवावाला कंपाउंड बेचने की जांच कर रही है। ईडी ने आरोप लगाया है कि जमीन का असली मालिक मुनीरा प्लंबर है और पटेल के नाम पर जाली पावर ऑफ अटॉर्नी (पीओए) के जरिए पारकर और पटेल ने उससे जमीन हथिया ली थी। जाली पीओए ने पटेल को प्लंबर की जमीन बेचने का अधिकार दिया था। ईडी के सूत्रों के मुताबिक, ऐसे में ईडी के हाथ मंगलवार को कुछ नई जानकारियां और दस्तावेज हाथ लगे हैं। माना जा रहा है कि इस छापेमारी के बाद मालिक की मुश्किलें और भी बढ़ सकती हैं। ईडी ने नवाब मलिक को 23 फरवरी को गिरफ्तार किया था और फिलहाल वह जेल में है।