मुंबई: मुंबई के सबसे प्रदूषित इलाके में शुमार माहुल में प्रदूषण कम करने के लिए पर्यावरण मंत्री अदित्य ठाकरे सक्रिय हो गए हैं। आदित्य ठाकरे गुरुवार को स्थानीय विधायक प्रकाश फातर्पेकर, महाराष्ट्र प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के अधिकारियों और विभिन्न ऑयल कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर प्रदूषण कम करने पर जोर दिया।
माहुल मुंबई का वह क्षेत्र है जो प्रदूषण को लेकर सुर्खियों में बना रहता है। वहां पर रिफायनरी और पेट्रोलियम कंपनियां बड़ी संख्या हैं। ऑयल प्रोसेसिंग के समय चिमनियों से निकलने वाले धुएं से हमेशा प्रदूषण निकालता रहता है।
माहुल येथील नागरिकांचे प्रश्न सोडवण्याबाबत आज @mpcb_official आणि त्या परिसरातील ४ कंपन्यांशी आमदार @miprakashbhau जी यांच्यासह चर्चा केली. प्रदूषण कमी करण्यासाठीच्या योजनांचा नियमित अहवाल घेऊन हवेची गुणवत्ता सुधारणे, वृक्षलागवड करणे आणि शाश्वत विकासाचे उपाय राबवण्याचा प्रयत्न आहे
— Aaditya Thackeray (@AUThackeray) January 6, 2022
यहां रहने के लिए तैयार नहीं हैं लोग
इसी प्रदूषण के कारण एमएमआरडीए की तरफ से बनाई गई इमारतों जिसे बीएमसी को हैंडओवर कर दिया गया था। उसमें बीएमसी के परियोजना प्रभावित रहने के लिए तैयार नहीं हैं। माहुल में रहने वाले निवासियों को सांस लेने में दिक्कत, टीबी और अन्य दूसरी बीमारियों से पीड़ित हो रहे हैं। मुंबई हाईकोर्ट ने भी अपने आदेश में परियोजना प्रभावितों को माहुल की बजाय दूसरी जगह घर देने का आदेश दिया था। अब पर्यावरण मंत्री माहुल में प्रदूषण करने पर जोर दे रहे हैं। उन्होंने माहुल की चार बड़ी कंपनियों, महाराष्ट्र प्रदूषण बोर्ड के अधिकारियों के साथ बैठक कर प्रदूषण कम करने के लिए हवा की गुणवत्ता सुधारने, पेड लगाने और ट्रैफिक मैनेजमेंट करने का निर्देश दिया है।