मुंबई. पश्चिम रेलवे (Western Railway) के भावनगर मंडल में पीपावाव पोर्ट (Pipavav Port) और भगत की कोठी (Bhagat Ki Kothi) के बीच हाई राइज ओएचई पर पहली इलेक्ट्रिक ट्रेन चलाई गई। हाई राइज ओएचई के साथ जुड़ने वाला पीपावाव भारतीय रेलवे (Indian Railway) का पहला पोर्ट (Port) बन गया है। सीपीआरओ सुमित ठाकुर के अनुसार, जीएम आलोक कंसल के नेतृत्व में यह ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल हुई है। जीएम कंसल ने इसके लिए पश्चिम रेलवे की पूरी टीम को बधाई दी है।
इस ट्रेन के चलने से कंटेनर ऑपरेटर के रूप में एक नया ग्राहक पीपावाव रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड जुड़ गया है। पहला रेक पीपावाव पोर्ट साइडिंग से भगत की कोठी, जोधपुर के लिए लदान किया गया। यह पोर्ट अब हाई राइज ओएचई के एसी ट्रैक्शन के साथ डीएफसी से सीधे जुड़ गया है।
पर्यावरण अनुकूल तेज परिवहन होगा
ठाकुर ने बताया कि पीपावाव पोर्ट, डीएफसी और अन्य प्रमुख गंतव्यों के बीच एसी ट्रैक्शन के माध्यम से सीधी कनेक्टिविटी का लाभ सभी को मिलेगा। इससे ईंधन लागत को कम करने में मदद करेगी और पर्यावरण अनुकूल तेज परिवहन होगा।