मुंबई: महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने कहा है कि अब राज्य में पहली महिला को मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा है कि वह एक प्रभावी मुख्यमंत्री को मौका देना चाहते हैं चाहे वह पुरुष हो या महिला। उद्धव ठाकरे ने यह बात लहुजी वस्ताद की जयंती कार्यक्रम में कही। उनके इस बयान के बाद सवाल उठ रहे हैं कि आखिर पूर्व सीएम किस महिला नेता को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं। क्या इस बयान के बाद उद्धव ठाकरे की पत्नी रश्मि ठाकरे (Rashmi Thackeray) की भी राजनीति में एंट्री हो सकती है।
साल 2019 में जब उद्धव ने बतौर सीएम पद की शपथ ली थी, तब रश्मि ठाकरे ने हाथ मिला कर उन्हें ख़ास तौर से बधाई दी थी। इसके बाद भी कई मौकों को रश्मि ने उद्धव का साथ दिया है। ठाकरे परिवार के करीबियों का कहना है कि घर को मैनेज करने के अलावा राजनीतिक मामलों पर भी रश्मि ठाकरे ने अपने पति उद्धव ठाकरे का बखूबी साथ दिया है। जब एकनाथ शिंदे की अगुवाई में शिवसेना में बगावत हुई तो रश्मि ठाकरे ने इस क्राइसिस को खत्म करने के लिए दूत के रूप में मिलिंद नार्वेकर को सूरत भेजा था। जानकारों का कहना है कि ऐसे में यदि वे राजनीति में कदम रखती हैं तो एक कुशल नेता साबित हो सकती हैं। हालांकि जानकारों का कहना है कि अभी इस बारे में कहना जल्दबाजी होगी।
अन्य महिला नेताओं के नाम की चर्चा
महाराष्ट्र में पहली महिला मुख्यमंत्री के तौर पर एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले का चेहरा भी अहम है। फिलहाल वे बारामती से लोकसभा की सांसद हैं। साथ ही वे महाराष्ट्र की राजनीति में भी काफी सक्रिय हैं। सुप्रिया ने पहली बार साल 2006 में महाराष्ट्र से राज्यसभा के लिए चुनी गई थीं। साल 2009 में वे बारामती लोकसभा सीट से 3 लाख 36 हजार वोटों से चुनाव जीतीं थी। मोदी लहर के बावजूद सुप्रिया साल 2014 और 2019 दोनों बार लोकसभा के लिए चुनी गईं हैं।
पंकजा मुंडे का नाम भी आ रहा सामने
वहीं, दूसरी महिला सीएम के दावेदार के रूप में पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के कद्दावर नेता रहे गोपीनाथ मुंडे की बेटी पंकजा मुंडे का नाम सामने आ रहा है । पंकजा, फडणवीस सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुकी हैं। हालांकि साल 2019 के विधानसभा चुनाव में उन्हें अपने ही चचेरे भाई धनजंय मुंडे के खिलाफ चुनाव लड़ते हुए हार का सामना करना पड़ा। इन दिनों पंकजा बीजेपी में हाशिए पर चल रही है। शिंदे-फडणवीस सरकार में उन्हें मंत्री नहीं बनाया गया है। फ़िलहाल वे महाराष्ट्र विधानमंडल में किसी भी सदन की सदस्य नहीं हैं।
अब तक सीएम पद पर किसी महिला को मौका नहीं
महाराष्ट्र में अब तक 19 मुख्यमंत्री हो चुके हैं। एकनाथ शिंदे ने 20 वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है, लेकिन इस पद पर अभी तक किसी महिला नेता को मौका नहीं मिला है। इस वजह से पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे का बयान काफी अहम हो जाता है। उन्होंने एक महिला नेता को अगला सीएम बनाने का बयान देकर राज्य की महिला वोट बैंक को अपनी तरफ खींचने की कोशिश की है। जानकारों का कहना है कि अगले विधानसभा चुनाव में एक महिला नेता को सीएम बनाए जाने का मुद्दा काफी अहम साबित हो सकता है।
घर की महिला को सीएम बनाना चाहते हैं उद्धव
उधर, अमरावती से निर्दलीय सांसद नवनीत राणा ने उद्धव ठाकरे के बयान पर तंज कसते हुए कहा है कि वे घर की महिला को सीएम बनाना चाहते हैं। इस वजह से उन्होंने ऐसा बयान दिया है। नवनीत राणा ने कहा कि अगर कोई महिला राज्य की सीएम बनती हैं तो उन्हें काफी ख़ुशी होगी। हालांकि उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे के खाने के अलग दांत और दिखाने के अलग दांत हैं।