मुंबई : मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक (एमटीएचएल) के निर्माण में मशीनरी (Machinery) आदि संसाधनों (Resources) की आवाजाही (Movement) के लिए बनाए गए अस्थायी ब्रिज (Temporary Bridge) को नहीं हटाने का निर्णय लिया गया है। मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक (Mumbai Trans Harbour Link) के किनारे बने 5.6 किमी लंबे अस्थायी ब्रिज का उपयोग डेक के रूप में किया जाएगा ताकि पर्यटक (Tourist), विदेशी मेहमान पक्षी फ्लेमिंगो को देखने का आनंद ले सकें।
मुंबई से नवी मुंबई को जोड़ने के लिए निर्माणाधीन मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक समुद्र पर बनाया जा रहा है। जो देश का सबसे लंबा ब्रिज होगा। इस ब्रिज का लगभग 50 प्रतिशत काम हो चुका है। काम जारी रखने के लिए मशीनरी की सुचारू आवाजाही की सुविधा के लिए अस्थायी ब्रिज का निर्माण किया गया था। मैंग्रोव प्रोटेक्शन सेल के उपवन संरक्षक सोमराज के अनुसार यहां फ्लेमिंगो के अलावा पक्षियों की अन्य प्रजातियां भी है। पक्षी अक्सर यहां विचरण करते है।
महाराष्ट्र सरकार ने मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक के निर्माण की सुविधा के लिए 5.6 किमी के अस्थायी पुल का निर्माण किया था, लेकिन अब इस ब्रिज को स्थायी रूप से एक डेक के रूप में बनाए रखने का फैसला किया है। ताकि आगंतुकों को प्रवासी पक्षियों और फ्लेमिंगो को देखने का आनंद मिल सके। मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (एमएमआरडीए) के कमिश्नर एस.वी.आर श्रीनिवास के अनुसार अस्थायी ब्रिज को गिराने से सरकार को भारी रकम खर्च करनी पड़ेगी। इसलिए इसका उपयोग किया जा सकता है। मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक से सफर करने वाले पर्यटक इस अस्थाई ब्रिज के डेक पर उतरकर समुद्र में आने वाले देशी-विदेशी पक्षियों को देख सकते है।
फ्लेमिंगो की आवाजाही बाधित नहीं
मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण सूत्रों के अनुसार यह योजना पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे की पहल और उनके निर्देश पर बन रहा है। उल्लेखनीय है कि, जिस स्थान पर अस्थायी ब्रिज का निर्माण किया गया है। वह शिवडी मडफ्लैट्स के आसपास के क्षेत्र में है। जहां नियमित रूप से फ्लेमिंगो की दो प्रजातियां अकम फ्लेमिंगो और ग्रेटर फ्लेमिंगो नियमित रूप से आते है। राजहंस पक्षी की दोनों प्रजातियां नवंबर और मई में मुंबई के समुद्र और उससे सटी खाड़ी में हजारों मील की दूरी तय कर आती है। मैंग्रोव प्रोटेक्शन सेल की उपवन संरक्षक सोमराज के अनुसार ट्रांस हार्बर लिंक के निर्माण से फ्लेमिंगो की आवाजाही बाधित नहीं हुई है।