
मुंबई: मुंबई के वर्ली गोमाता नगर में पूर्व महापौर किशोरी पेडणेकर (Former Mumbai Mayor Kishori Pednekar) के घर और कार्यालय (House and Office) को मुंबई महानगरपालिका (BMC) के जी साउथ विभाग ने अपने कब्जे में ले लिया है। बीएमसी की इस कार्रवाई से पूर्व महापौर की परेशानी बढ़ गई है। बीएमसी की इस कार्रवाई से वे काफी सदमे में हैं।
मुंबई महानगरपालिका चुनाव (Mumbai Municipal Corporation Election) के लिए भाजपा-शिवसेना को दबाने के लिए शिवसेना नेताओं के घोटाले का पता लगाने का काम कर रही है। यहां तक कि मुंबई की पूर्व मेयर किशोरी पेडणेकर भी इससे अछूती नहीं रहीं।
एसआरए आवंटित किया था एक फ्लैट और एक कार्यालय
स्लम पुनर्विकास प्राधिकरण (एसआरए) द्वारा गंगाराम बोगा को वर्ली गोमाता नगर में एक फ्लैट और एक कार्यालय आवंटित किया था। इस टेनेमेंट का उपयोग बोगा द्वारा किया जाना था, लेकिन सहकारिता विभाग के संज्ञान में आया है कि बोगा ने यह फ्लैट और आफिस किशोरी पेडणेकर को दे दिया। इसलिए सहकारिता विभाग ने एसआरए अधिकारियों को रिपोर्ट सौंपी है कि बोगा ने एसआरए के नियमों का उल्लंघन किया है। तदनुसार, सक्षम प्राधिकारी को महाराष्ट्र स्लम अधिनियम, 1971 की धारा 3 (ई) के तहत कार्रवाई करनी चाहिए, एसआरए ने एक पत्र के माध्यम से बीएमसी के प्रभादेवी जी साउथ विभाग को सूचित किया जिसके बाद यह कार्रवाई की गई है।
किशोरी पेडणेकर म्हणतात त्या गोमाता जनता एस आर ए मधे भाड्याने राहत होत्या
लायसेन्स/करार ची प्रत कुठे आहे ?
केव्हा पासून राहत होत्या?
१० वर्ष? १५ वर्ष?
S.R.A मधे भाड्याने जागा देता किंवा घेता येत नाही
झोपडपट्टी रहिवासी साठीचे गाळे वापरणाऱ्या विरोधात कारवाई हवी
— Kirit Somaiya (@KiritSomaiya) December 23, 2022
किरीट सोमैया ने ट्वीट कर कही ये बात
Maha Govt SRA, BMC today evicted & took possession of ex Mayor Kishori Pednekar 's Residence & Office at Gomata Janata SRA Worli
Pednekar had occupied tenements (Originally allotted to Slum Dwellers) illegally for more than 10 years
"Pednekar ko Hisab Dena Pada" @BJP4India pic.twitter.com/a09NB3Mnfm
— Kirit Somaiya (@KiritSomaiya) December 22, 2022
बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने इस कार्रवाई को लेकर ट्वीट किया है। ट्वीट में सोमैया ने लिखा कि किशोरी पेडणेकर ने वर्ली एसआरए परियोजना में घूसखोरी कर कब्जा किया है। दो साल पहले इसकी शिकायत की गई थी। सोमैया ने आरोप लगाया है कि पेडणेकर ने दस साल से अधिक समय से फ्लैटों पर अवैध रूप से कब्जा कर रखा है। सोमैया ने भी अपने कहा कि पेडणेकर को इन सबका हिसाब देना होगा।