Surya Dam

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    मुंबई: मीरा-भायंदर, वसई-विरार और पालघर के लोगों के लिए अच्छी खबर है। एमएमआरडीए (MMRDA) की पहली जलापूर्ति योजना (Water Supply Scheme) का काम फ़ास्ट ट्रैक पर है। वसई-विरार (Vasai-Virar) से लेकर मीरा-भायंदर शहर और पालघर के कई गांव में पेय जल आपूर्ति के लिए बनी सूर्या जलापूर्ति योजना के पहले चरण का लगभग 95 प्रतिशत काम पूरा हो गया है। मार्च-अप्रैल महीने से इस क्षेत्र के लोगों को भरपूर पानी मिलने लगेगा। 

    परियोजना के पहले चरण का मार्च 2023 में परीक्षण और संचालन करने की योजना है। इससे वसई-विरार महानगरपालिका को पहले भाग से 185 लाख लीटर पानी की आपूर्ति की जाएगी।  एमएमआरडीए नागरिकों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के लिए 403 एमएलडी क्षमता वाला जल शोधन संयंत्र स्थापित कर रहा है। इस परियोजना में लिफ्टिंग स्टेशन का कार्य 98 प्रतिशत और जल शोधन स्टेशन का कार्य 94 प्रतिशत पूर्ण हो गया है। 

    88 किलोमीटर की पाइपलाइन

    परियोजना में कुल 88 किलोमीटर पाइपलाइन बिछाई जा रही है और इस परियोजना में दो सुरंगें होंगी। इनमें मेंडवानखिंड टनल का काम पूरा हो चुका है और तुंगरेश्वर टनल का काम तेजी से चल रहा है। परियोजना का पहला भाग 95 प्रतिशत प्रगति पर है, जबकि पूरी परियोजना 82 फीसदी पूर्ण हो गई है। 

    एक महत्वाकांक्षी परियोजना

    एमएमआरडीए आयुक्त एसवीआर श्रीनिवास के अनुसार, यह एक महत्वाकांक्षी परियोजना है, क्योंकि एमएमआरडीए बुनियादी ढांचे के विकास के अलावा पश्चिमी उप-क्षेत्र के लिए पहली जल आपूर्ति योजना पर कार्य हुआ है। पहले भाग में वसई-विरार को और अगले कुछ महीनों में मीरा-भायंदर महानगरपालिका को 218 दस लाख लीटर पानी की आपूर्ति की जाएगी। 

    1,350 करोड़ रुपए होंगे खर्च

    इस बहुउद्देशीय योजना के लिए एमएमआरडीए लगभग 1,350 करोड़ रुपए खर्च कर रहा है। पालघर जिले के जव्हार तालुके के धामनी गांव स्थित सूर्या बांध से पानी उठाया जाएगा। इस परियोजना के अधिकांश हिस्सों में अत्याधुनिक ग्रेविटी ट्रांसमिशन तकनीक अपना कर काम हुआ है। टनेल के माध्यम से वसई औप कामन खाड़ी के अंदर से पानी लाया जाएगा।