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    मुंबई: महाराष्ट्र (in Maharashtra) में इन सरकारी स्कूलों (Government Schools) को बंद (Close) किया जा सकता है, जहां छात्रों (Students) की संख्या 20 से कम है। इन छात्रों को पास के स्कूलों में समायोजित करने की योजना है। सूत्रों के मुताबिक, स्कूल शिक्षा विभाग ने इस संबंध में राज्य के शिक्षा आयुक्त, शिक्षा निदेशक को अहम निर्देश दिए हैं। इसके तहत राज्य में शून्य से 20 छात्रों वाले स्कूलों की संख्या की समीक्षा करने को कहा गया है।

    हालांकि इस फैसले का ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षकों और अभिभावकों द्वारा बड़े पैमाने पर विरोध किए जाने की संभावना है। साल 2017 में भी राज्य में बीजेपी-शिवसेना गठबंधन सरकार के दौरान 0 से 20 छात्र वाले 3,314 स्कूलों को बंद करने का फैसला लिया गया था। 

    ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षकों और अभिभावकों ने किया था विरोध

    महाविकास आघाडी सरकार के दौरान भी कम संख्या वाले स्कूलों को बंद करने के निर्देश दिए गए थे। हालांकि ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षकों और अभिभावकों ने तब भी सरकार के फैसले का कड़ा विरोध किया था। इसके बाद यह मामला ठंडे बस्ते में चला गया। हालांकि अब एक बार फिर नई सरकार आने के बाद शिक्षा विभाग ने इसकी समीक्षा शुरू कर दी है।

    जानें क्या है मापदंड?

    शिक्षा विभाग के फैसले के अनुसार कक्षा एक से पांच तक के लिए स्कूल एक किलोमीटर और छठी से आठवीं कक्षा के लिए तीन किलोमीटर की दूरी पर स्थित होना चाहिए। अब देखना होगा कि क्या कम संख्या वाले छात्रों वाले स्कूल बंद होंगे या फिर इस फैसले का विरोध होगा।