मुंबई: मुंबई जीआरपी ने छेड़छाड़ मामले में 43 वर्षीय आरोपी बिहारीलाल यादव को महालक्ष्मी इलाके से गिरफ्तार किया है। उस पर जोगेश्वरी रेलवे स्टेशन में एक लोकल ट्रेन के फर्स्ट क्लास कम्पार्टमेंट में अकेले सफर कर रहे 25 वर्षीय वकील के साथ छेड़छाड़ करने और शारीरिक रूप से उत्पीड़न करने का आरोप है।
जानकारी के अनुसार, यह घटना बुधवार सुबह की है। उस दौरान वकील हार्बर लाइन पर काटन ग्रीन स्टेशन (Cotton Green station) से जोगेश्वरी स्टेशन तक का सफर कर रही थी। तभी आरोपी अंधेरी स्टेशन से महिलाओं के लिए आरक्षित प्रथम श्रेणी के डिब्बे में चढ़ा। उस समय पीड़ित वकील डिब्बे में अकेले सफर कर रही थी। प्राथमिकी के अनुसार, इस दौरान आरोपी ने शारीरिक तौर पर उसका उत्पीड़न किया। पीड़िता ने ट्विटर पर अपनी आपबीती शेयर की। इसके बाद जीआरपी ने चार टीमों का गठन किया।
#UPDATE | Mumbai GRP arrested a 43-year-old accused Biharilal Yadav from the Mahalaxmi area in the molestation case.
— ANI (@ANI) September 25, 2022
जिसके बाद एक टीम आदतन अपराधियों की सूची को जानकारी निकाली जहां आरोपी से यादव की तस्वीर शिकायतकर्ता के दिए गए विवरण से मेल खा गई। इसके बाद जीआरपी की टीम ठाणे जिले के समीप कलवा में स्थित यादव के घर जाकर उसे गिरफ्तार किया।
पहले भी गिरफ्तार हो चूका है आरोपी
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि, आरोपी बिहारी लाल यादव को सेंट्रल मुंबई के महालक्ष्मी उपनगरीय (suburban Mahalaxmi) इलाके से धर दबोचा गया। आरोपी का पहले से क्रिमिनल रिकार्ड रहा है, इससे पहले उसे अक्टूबर, 2021 में भी गिरफ्तार किया जा चुका है।
पूलिस ने किया पीड़िता को परेशान
शिकायतकर्ता का दावा है कि, जब वह शिकायत दर्ज कराने गई थी तब जीआरपी पुलिस कर्मियों का उसके प्रति व्यवहार असंवेदशील रहा। मजबूरन उसे सोशल मीडिया का सहारा लेना पड़ा, जिसके बाद लोगों का आक्रोश उमड़ा। पीड़िता ने ट्विटर पर कहा था, ‘अंधेरी रेलवे पुलिस स्टेशन पहुंचने पर मैंने पुलिस इंचार्ज से बात की। उस वक्त मैं परेशान थी और रो रही थी। मैंने उन्हें बताया कि मुझे मोलेस्ट (छेड़छाड़ करना) किया गया है। मैं इस इस बारे में किसी महिला पुलिस कर्मी के साथ बात करने में सहज महसूस करूंगी।’
इस पर पुलिस वाले ने कहा, ‘मोलेस्टेशन (Molestation) क्या होता है। पीड़िता ने कहा कि पुलिस स्टेशन का माहौल ऐसा था कि उसे पूरा वाक्या समझाने में तीन से चार घंटे का वक्त लग गया और फिर जाकर उसकी शिकायत दर्ज कराई गई।’ हालांकि, बाद में पुलिस ने इस पर अफ़सोस जताया।