देवेंद्र फडणवीस (Photo Credits-ANI Twitter)
देवेंद्र फडणवीस (Photo Credits-ANI Twitter)

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    मुंबई: पुलिस विभाग में ट्रांसफर पोस्टिंग को लेकर फोन टैपिंग का मामला फिलहाल शांत होने वाला नहीं लग रहा है। इस संदर्भ में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) से पूछताछ का मामला सोमवार को विधानसभा में उठा। खुद फडणवीस ने उनसे पूछे गए सवालों की जानकारी देते हुए कहा कि मुझे मालूम है कि प्रश्न (Question) को कहां और किसने बदला है, लेकिन हम पर इसका कोई फर्क नहीं पड़ता। मेरे पिता को इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) ने बिना किसी अपराध के दो साल के लिए जेल (Jail) में डाल दिया था। इसलिए हम जेल जाने से डरते नहीं हैं। हालांकि गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटिल (Dilip Walse Patil) ने इस बात से इंकार किया कि सरकार देवेंद्र फडणवीस को किसी साजिश में फंसाने की कोशिश कर रही है।

    राज्य  खुफिया विभाग की  प्रमुख रहीं रश्मि शुक्ला के फोन टैपिंग का मामले में रविवार को सायबर पुलिस ने विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस से पूछताछ कर उनका बयान दर्ज किया था।  इस मुद्दे पर बीजेपी की तरफ से विधानसभा में स्थगन का प्रस्ताव पेश किया। फडणवीस ने जोर देकर कहा कि हम भ्रष्टाचार के मुद्दे पर अपनी लड़ाई जारी रखेंगे। अगर इस संबंध में कानूनी लड़ाई हुई तो हम लड़ेंगे। 

    आरोपी के तौर पर नहीं भेजी गई नोटिस

    गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने कहा कि सरकार की तरफ से विपक्ष के नेता को फंसाने का प्रयास नहीं किया जा रहा है और न ही उन्हें आरोपी के तौर पर नोटिस भेजा गया। गृहमंत्री ने कहा कि फडणवीस ने फोन टैपिंग मामले में सदन में सवाल उठाए थे, लेकिन उससे पहले ही राज्य सरकार ने इस संबंध में एक कमेटी गठित की थी। कमेटी की रिपोर्ट पर अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। अपराध दर्ज होने के बाद जांच अधिकारियों को जांच करनी होती है। जांच अधिकारियों ने 24 लोगों के बयान दर्ज किए हैं। देवेंद्र फडणवीस को पहले एक प्रश्नावली भेजी गई थी। वे किसी कारण से जवाब नहीं दिए। इसके बाद पुलिस ने दोबारा जवाब दर्ज करने के लिए नोटिस जारी किया। यदि पुलिस कुछ सवाल पूछ भी ले तो क्या जवाब दें यह उनका निजी मामला है।