मुंबई. पर्यावरण मंत्री अदित्य ठाकरे (Environment Minister Aditya Thackeray) का ड्रीम प्रोजेक्ट (Dream Project) कोस्टल रोड (Coastal Road) के कार्यों की प्रगति को लेकर बराबर नजर बनी हुई है। कोस्टल रोड का काम 2022 में पूरा किया जाना था, लेकिन कोविड (Covid) के कारण अब 2023 में बन कर तैयार होगा। कोस्टल रोड़ के कार्यों में अब और विलंब न हो इसलिए आदित्य ठाकरे ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि हर हाल में तय समय पर कोस्टल रोड़ का काम पूरा होना चाहिए। ठाकरे हर सप्ताह कोस्टल रोड़ में हुए कार्यों की समीक्षा कर अधिकारियों को उचित निर्देश दे रहे हैं। कोस्टल रोड़ के सबसे मुश्किल चरण का काम भी पूरा होते ही 47 फीसदी काम पूरा हो गया है।
आदित्य ठाकरे ने मंगलवार को बीएमसी अधिकारियों के साथ काम की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने ट्वीट कर बताया कि 24 घंटे काम तेजी से चल रहा है। तय समय पर काम को पूरा कर इस बहुप्रतीक्षित मार्ग को आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा।
कोस्टल रोड के किनारे बनेगी पार्किंग
मुंबई में लाखों वाहनों के लिए केवल 20,000 सार्वजनिक पार्किंग स्थान उपलब्ध हैं। वर्ली से नरीमन प्वाईंट तक परियोजना पूरी होने के बाद मुंबई में 10 फीसदी पार्किंग की जगह बढ़ जाएगी। मुंबई में वाहनों की संख्या 35 लाख से अधिक है। इसके अनुपात में सार्वजनिक पार्किंग स्थलों की संख्या अपर्याप्त है। बीएमसी रिकॉर्ड के अनुसार, मुंबई में केवल 20,000 से 22,000 वाहन पार्क करने की सार्वजनिक व्यवस्था है। कोस्टल रोड के कारण वाहनों को वेग तो बढ़ेगा साथ ही पार्किंग की सुविधा भी बढ़ जाएगी। कोस्टल रोड के लिए 111 तटीय क्षेत्रों को भरा जाएगा उस स्थान पर पार्किंग स्थल बनाया जाएगा। यहां बनने वाले सभी पार्किंग स्थलों में 1,852 वाहनों को पार्क करने की क्षमता होगी।
या मार्गाचे काम योग्यरितीने पुढे जात आहे. तिथे तयार होत असलेला सायकल ट्रॅक, ग्रीन ओपन स्पेसेस, पादचारी मार्ग सोबतच अथांग समुद्रकिनारा हे दृश्य मुंबईच्या आकर्षणात भर घालेल. pic.twitter.com/rixzT8qVfO
— Aaditya Thackeray (@AUThackeray) October 5, 2021
40 फुट चौडी सुरंग
मलाबार हिल में बन रही सुरंग की चौडाई 40 फुट और लंबाई 2.7 मीटर है। यहां आवागमन के लिए दो सुरंगों का निर्माण किया जा रहा है। सुरंग लगभग चार मंजिला इमारत के आकार की है। सुरंग की प्रत्यक्ष लंबाई 1.9 किमी रहेगी, लेकिन सुरंग में वाहनों को आने जाने के लिए रैंप बनाया जाएगा। समुद्र के नीचे से जाने वाल यह भारत की पहली सुरंग होगी।
- कोस्टल रोड़ बनाने के लिए समुद्र के 100 हेक्टेयर क्षेत्र को मिट्टी से पाटा।
- केंद्र सरकार के एनजीटी मंत्रालय ने भी कोस्टल रोड़ के कार्य हो हरी झंडी दे दी है।
- 176 सिंगल पिलर पर खड़ा होगा ब्रिज
- पाइलिंग, पुलों का पिलर, पुलों के लिए आवश्यक गर्डर, सुरंगों तक पहुंच के लिए रैंप, आरसीसी बॉक्स आदि के कार्य तेजी से चल रहे हैं।
- दोनों सुरंगों (क्रॉस टनल/क्रॉस पैसेज) को जोड़ने वाली कुल 11 क्रॉस टनल का होगा निर्माण
- कोस्टल रोड़ के पास बनेगी 7.47 किमी लंबी सुरक्षा दीवार
- 8.5 किमी लंबा फुटपाथ भी बनाया जाएगा
- ब्रिज के फाउंडेशन के लिए मोनोपिला फाउंडेशन का इस्तेमाल
- सुरंग में पहली बार वेंटिलेशन सिस्टम का होगा इस्तेमाल