मुंबई: मुंबई-नागपुर समृद्धि महामार्ग (Mumbai-Nagpur Samridhi Highway) को जोड़ने वाले जालना-नांदेड़ एक्सप्रेस-वे (Jalna-Nanded Expressway) के लिए भूमि अधिग्रहण (Land Acquisition) की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। राज्य सरकार ने इस योजना का जीआर (GR) जारी कर दिया है। पीडब्ल्यूडी मंत्री अशोक चव्हाण (PWD Minister Ashok Chavan) की पहल पर जालना-नांदेड़ 190 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेस-वे (Expressway ) का निर्माण किया जाएगा।
बालासाहेब ठाकरे मुंबई-नागपुर समृद्धि राजमार्ग को जोड़ने वाले जालना से नांदेड़ एक्सप्रेस-वे के निर्माण के लिए 2 हजार हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण करना होगा। यह एक्सप्रेस वे जालना जिले के जालना, मंथा,परतुर,परभणी जिले के सेलु, जिंतुर, परभणी पूर्णा और नांदेड़ तालुके से होकर गुजरेगा।
यात्रा का समय कम हो जाएगा
यह एक्सप्रेस वे मराठवाड़ा के परभणी, हिंगोली और नांदेड़ जिलों में सीधी कनेक्टिविटी प्रदान करेगा, जिससे इन तीन जिलों से औरंगाबाद, पुणे और मुंबई की यात्रा का समय कम हो जाएगा। इस परियोजना के समृद्धि एक्सप्रेस से जुड़ने से किसानों, व्यापारियों, उद्यमियों और आम यात्रियों को फायदा होगा।
मुंबई-नागपूर समृद्धी महामार्गाला जोडणाऱ्या जालना-नांदेड द्रुतगती महामार्गासाठी राजपत्र प्रसिद्ध झाले असून, भूसंपादनाची प्रक्रियाही सुरू झाली आहे. सुमारे १९० किलोमीटर लांबीच्या व १२ हजार कोटींचा अंदाजित खर्च असलेल्या या महामार्गासाठी जालना, परभणी व नांदेड जिल्ह्यात भूसंपादन होईल.
— Ashok Chavan (@AshokChavanINC) November 12, 2021
भूमि अधिग्रहण के लिए परिपत्र जारी
उल्लेखनीय है कि अशोक चव्हाण के प्रस्ताव पर इंफ्रास्ट्रक्चर की कैबिनेट कमेटी में 8 मार्च 2021 को मंजूरी मिलने के बाद राज्य के बजट में इस परियोजना की घोषणा की गई थी। आखिरकार भूमि अधिग्रहण के लिए शुक्रवार को परिपत्र जारी का दिया गया। अशोक चव्हाण ने जालना-नांदेड़ एक्सप्रेस-वे के निर्माण के लिए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार और शहरी विकास मंत्री एकनाथ शिंदे को उनके निर्णय के लिए धन्यवाद दिया है।