सूरज पांडे
मुंबई. महानगरपालिका के कांदिवली पश्चिम (Kandivali West) , पटेल नगर (ट्रांजिट कैम्प) स्थित क्वारंटाइन सेंटर (Quarantine Center) राम भरोसे से चल रहा है। मंगलवार को सुबह 8 बजे के दौरान एक बुजुर्ग बेहोश हो कर गिर गई, लेकिन महिला को तत्काल मेडिकल सहायता (Medical Help) नहीं मिली। शिकायत के बाद दोपहर में मनपा की ओर से बुजुर्ग का हालचाल पूछने के लिए लोग पहुंचे।
कांदिवली के क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे लोगों को न तो समय पर खाना (Foods) मिलता है न ही डॉक्टर (Doctors) या कोई मनपा का अधिकारी इनका हालचाल जानने आता है। उक्त केंद्र क्वारंटाइन हुए सरोजनी शेट्टी (65) जो डायबिटीज और हाइपरटेंशन की मरीज है वो सुबह बेहोश हो कर गिर गई। उनके सामने के रूम में मौजूद परिवार ने क्वारंटाइन सेंटर में मौजूद खाना बांटने वाले लकड़ों से मेडिकल सहायता मांगी, लेकिन उसके मुताबिक सेंटर में एक भी डॉक्टर नहीं होता और साप्ताह में केवल 2 बार ही डॉक्टर आते हैं। जब इसकी शिकायत की तो मनपा का एक अधिकारी बुजुर्ग का हाल जानने के लिए पहुंचा, लेकिन डॉक्टर का कोई पता नहीं था।
खाना भी समय पर नहीं
उसी इमारत में क्वारंटाइन एक परिवार ने बताया कि केंद्र पर खाना भी समय पर नहीं आता है। पिछले 4 दिन से क्वारंटाइन हुए परिवार ने बताया एक भी बार उनके स्वास्थ्य का हालचाल जानने के लिए कोई नहीं आया है। रविवार को दोपहर 3.30 बजे और सोमवार को दोपहर 1.40 को खाना बांटा गया, जबकि मनपा के बोरीवली स्थित क्वारंटाइन सेंटर में 12 बजे ही खाना आ जाता है।
स्वास्थ्य अधिकारी से की गई शिकायत
इस संदर्भ में मनपा की कार्यकारी स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मंगला गोमरे से शिकायत की गई तो उन्होंने संबंधित हेल्थ ऑफिसर को कहने की बात कही। वैसे तो यह क्वारंटाइन सेंटर कांदिवली में है, लेकिन इसकी देख रेख आर-नार्थ वार्ड के जिम्मे है। इस संदर्भ में जब वार्ड ऑफिसर संध्या नांदेकर से संपर्क किया गया तो उनकी ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली।