मुंबई : एनसीपी (NCP) के कैबिनेट मंत्री (Cabinet Minister) नवाब मलिक (Nawab Malik) की गिरफ्तारी (Arrest) के बाद बीजेपी (BJP) लगातार उनके इस्तीफे की मांग कर रही है। ऐसे में एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार (Sharad Pawar) ने अपने पार्टी के प्रमुख नेताओं और मंत्रियों के साथ एक खास बैठक की है।
सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में नवाब मलिक से इस्तीफा नहीं लेने का फैसला किया गया है लेकिन साथ ही उनके काम की जिम्मेदारी दूसरे मंत्रियों को देने का निर्णय लिया गया है। मलिक के पास वर्तमान में गोंदिया और परभणी के पालक मंत्री का कार्यभार है। ऐसे में अब कैबिनेट मंत्री धनंजय मुंडे को परभणी का और राज्य मंत्री प्राजक्त तानपुरे को गोंदिया के पालक मंत्री का प्रभार दिया जाएगा। यह जानकारी एनसीपी प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने दी है। उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद था कि मलिक को कोर्ट से राहत मिल जाएगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसलिए 31 मार्च को वित्तीय वर्ष खत्म होने के बाद से हमलोगों ने अन्य मंत्रियों को वैकल्पिक जिम्मेदारी देने का फैसला किया है।
अंतिम फैसला मुख्यमंत्री करेंगे
एनसीपी प्रदेश अध्यक्ष पाटिल ने कहा है कि कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक के पास अल्पसंख्यक के अलावा कौशल्य विभाग का काम है। उन्होंने कहा कि नवाब के जेल जाने के बाद इस विभाग का काम ठप है। ऐसे में इस विभाग की जिम्मेदारी के बारे में अंतिम फैसला मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे करेंगे। सूत्रों के मुताबिक एनसीपी ने मुख्यमंत्री ठाकरे से नवाब मलिक के विभाग की जिम्मेदारी कैबिनट मंत्री जीतेन्द्र अहवाड और राजेश टोपे को दिए जाने की सिफारिश की है। पाटिल ने कहा कि पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख के अलावा कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक को गलत तरीके से गिरफ्तार किया गया है। ऐसे में इन दोनों नेताओं के साथ पार्टी मजबूती से खड़ी रहेगी।
मुंबई एनसीपी में दो वर्किंग प्रेसिडेंट
मुंबई एनसीपी की जिम्मेदारी भी नवाब के पास है। ऐसे में अब उनकी जगह पार्टी ने राखी जाधव और नरेंद्र राणे के रूप में दो वर्किंग प्रेसिडेंट बनाने का फैसला किया है। इस बारे में औपचारिक ऐलान जल्द ही किया जाएगा।
पेन ड्राइव की राजनीति ठीक नहीं
जयंत पाटिल ने नेता विपक्ष देवेंद्र फडणवीस पर निशाना साधते हुए कहा कि पेन ड्राइव की राजनीति करना ठीक नहीं है। पाटिल ने कहा कि अगर इस तरह के पेनड्राइव में निजी चर्चाएं रिकॉर्ड की जाने लगी तो काम करना मुश्किल हो जाएगा।