Gadchiroli Lok Sabha Election 2024
गडचिरोली लोकसभा चुनाव 2024 (फाइल फोटो)

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    कोल्हापुर: करवीर निवासिनी महालक्ष्मी की स्थली कोल्हापुर (Kolhapur) की भरी गर्मी में इस समय राजनीतिक पारा और अधिक गरमाया हुआ है। 12 अप्रैल को होने जा रहे कोल्हापुर उत्तर विधानसभा सीट के उपचुनाव (Kolhapur Assembly By-Election) को लेकर महाविकास आघाडी (Mahavikas Aghadi) और बीजेपी (BJP) में घमासान छिड़ा हुआ है। 

    कोल्हापुर शहर उत्तर से कांग्रेस के विधायक रहे चंद्रकांत जाधव की कोरोना से हुई मृत्यु के बाद इस विधानसभा सीट पर उपचुनाव हो रहा है। कांग्रेस ने सहानुभूति वोटों के लिए उनकी पत्नी जयश्री जाधव को उम्मीदवारी दी है, जबकि बीजेपी ने सत्यजीत कदम को  मैदान उतारा है। चर्चा है कि 16 अप्रैल को आने वाले इस विधानसभा उपचुनाव के परिणाम महाविकास आघाडी और बीजेपी का राजनीतिक भविष्य तय करेंगे।

    …तो लगेगा ऑपरेशन लोटस को झटका

    उल्लेखनीय है कि आने वाले 20 अप्रैल को उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महाविकास आघाड़ी सरकार के ढाई साल पुरे होने जा रहे हैं। इन ढाई वर्षों में बीजेपी ने इस सरकार को गिराने के लिए तमाम राजनीतिक हथकंडे अपनाए, परंतु सफल न हो सके। इस दौरान विधानसभा के दो उपचुनाव भी हुए, इनमें पंढरपुर का चुनाव जीत कर बीजेपी ने महाविकास आघाड़ी को करारा झटका भी दिया। उसके बाद नांदेड उपचुनाव जीतने में कांग्रेस सफल रही। अब कोल्हापुर उपचुनाव महाविकास आघाडी बनाम बीजेपी की ताकत तय करेगा। यदि बीजेपी यह चुनाव हारती है तो राज्य में ऑपरेशन लोटस को झटका लगेगा। सरकार से संभावित बगावत की तैयारी में बैठे विधायक तीन दलों के हाथ हार की डर हिम्मत नहीं कर सकेंगे।

    …तो विधायकों के तोड़फोड़ को बल

    कोल्हापुर विधानसभा उपचुनाव के राजनीतिक मायने हैं। इसे देखते हुए बीजेपी इस चुनाव को जीतने के लिए पूरा जोर लगा रही है। यदि बीजेपी सफल होती है तो विधायकों के तोड़फोड़ अभियान को बल मिलेगा। इस उपचुनाव में दोनों दलों की ओर से साम, दाम, दंड, भेद का भरपूर उपयोग हो रहा है। बीजेपी ने चंद्रकांत जाधव की पत्नी जयश्री जो पहले पार्टी की नगरसेविका भी रहीं हैं, उन्हें ही उम्मीदवारी की पेशकश की थी, लेकिन वे कांग्रेस के टिकट पर ही लड़ने का निर्णय लिया।

    ज्यादा मार्जिन से जीतने का लक्ष्य

    महाविकास आघाड़ी भी अपनी प्रतिष्ठा बचाने इस चुनाव को ज्यादा से ज्यादा वोटों के मार्जिन से जीतना चाहेगी, ताकि बीजेपी को कोई राजनीतिक मौका न मिले। उधर, बीजेपी  के प्रदेश अध्यक्ष और कोल्हापुर के निवासी चंद्रकांत पाटील किसी भी हाल में यह उपचुनाव अपने पक्ष में लाना चाहते हैं, जबकि पालकमंत्री और कांग्रेस नेता सतेज पाटिल सहित शिवसेना और  एनसीपी की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। यदि जीत हार में कम अंतर रहा तो भी राजनीतिक अस्थिरता को बढ़ावा मिलेगा।