Leopard trapped in the cage of Aarey Colony

    Loading

    -सत्यप्रकाश सोनी

    मुंबई. आरे कॉलोनी ( Aarey Colony) में शुक्रवार सुबह आरे डेयरी कॉलोनी की यूनिट संख्या-3 में स्थापित और सक्रिय किए गए 3 ट्रैप पिंजरों में से एक पिंजरे (Cage) में एक तेंदुआ (Leopard) पकड़ा गया है। वन अधिकारियों के अनुसार, पकड़ा गया तेंदुआ 2 साल की मादा तेंदुआ है और माना जा रहा है कि यह वही तेंदुआ है जिसने आरे कॉलोनी में कम से कम छह लोगों पर हमला किया था। जिसे शुक्रवार की सुबह करीब 7 बजे रेस्क्यू कर लिया गया है। मेडिकल टीम के निगरानी में उसकी जांच के बाद उसे आरे कॉलोनी के जंगल मे ही सुरक्षित स्थान पर रख दिया गया है।

    संजय गांधी नेशनल पार्क के वन अधिकारी रामभाऊ विजय बारर्दे की माने तो आरे कॉलोनी में लगातार तेंदुए के हमले को देखते हुए यह आरे कॉलोनी के 3 ठिकानों पर ट्रैप पिंजरा लगाया गया था। जिसमें तेंदुए के हमले वाली जगह को चिन्हित किया गया है। अब आरे कॉलोनी में हमले की लगातार 6वीं घटना सामने आई है। आरे डेयरी कॉलोनी कार्यालय के पास निर्मला सिंह नामक महिला पर तेंदुए की हमले वाली जगह के अलावा फिल्मसिटी के अन्दर सुनील मैदान में शुक्रवार 2 ट्रैप पिंजरा बढ़ा दिया जाएगा। जिससे अब आरे कॉलोनी 5 ट्रैप पिंजरा लगा होगा। जैसे-जैसे इन पिंजरों में तेंदुआ आएगा वैसे वैसे उनको  आरे कॉलोनी में ही सुरक्षित स्थान पर रख दिया जाएगा।

    एक्सपर्ट की टीम करेगी जांच 

    वन अधिकारी का कहना है कि पकड़े गए तेंदुए की उम्र महज 2 साल है।  शिकार का ज्यादा अनुभव न होने की वजह से यह तेंदुआ बार शिकार में फेल हो रहा है। संजय गांधी नेशनल पार्क की एक्सपर्ट टीम यह जांच कर रही है कि रेस्क्यू किया गया तेंदुआ वही तेंदुआ है जो बार-बार इंसानी बस्तियों में जाकर लोगों पर हमला कर रहा है। अधिकारी ने बताया कि पकड़े गए तेंदुआ और हमला करने वाला तेंदुआ की तस्वीर लेकर एक्सपर्ट जांच करेंगे इसके बाद यह साफ हो पाएगा की हमला करने वाला तेंदुआ यह है या नहीं।