मुंबई. महाराष्ट्र (Maharashtra) में लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) कांड के विरोध में महाराष्ट्र विकास आघाडी (Maharashtra Vikas Aghadi) का बंद सफल रहा है। इस बंद का आवाहन आघाडी में शामिल दल कांग्रेस (Congress), शिवसेना (Shiv Sena) और एनसीपी (NCP) ने किया था। राज्य में सरकार भी आघाडी की है। ऐसे में बंद के दौरान हिंसा न हो इसको लेकर भी इन दलों पर भारी दबाव था। बंद के दौरान राज्य के कई जिलों में दुकानें और कृषि बाजार बंद रहे। मुंबई में बेस्ट बस, पुणे पीएमपीएमएल और निजी परिवहन भी बंद रहे।
हालांकि मुंबई और उपनगरों में लोकल ट्रेन सेवा सामान्य रूप से चली। नवी मुंबई में एपीएमसी मार्केट भी बंद रहा। इस दौरान सभी अत्यावश्यक सेवाएं शुरू रही। कुछ जगहों से तोड़फोड़ और आगजनी की छिटपुट ख़बरें आई। बंद के सफल होने से आघाडी के हौसले बुलंद हैं। वहीं बंद के दौरान कानून-व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पुलिस बल का भारी बंदोबस्त किया गया था।
मनमानी भाड़ा वसूली
बंद के दौरान मुंबई में बेस्ट बस सेवाओं के बंद होने से ऑटो रिक्शा और टैक्सी चलाने वालों की चांदी रही। कई जगहों पर लोगों ने कहा कि उनसे दोगुना से तिगुना किराया वसूला गया।
पुणे में सब्ज़ी मंडी रही बंद
पुणे की सब्ज़ी मंडी भी बंद रही। महाराष्ट्र बंद का पुणे-मुंबई-ठाणे के व्यापारियों ने रविवार दोपहर तक विरोध किया। हालांकि, मुंबई चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के वीरेन शाह ने सोमवार शाम 4 बजे तक दुकानें बंद रहने की घोषणा की। इसके अलावा नागपुर, कोल्हापुर, नाशिक, सांगली और अन्य कई शहरों में भी बंद का असर देखने को मिला।
बिना राज्यपाल राजभवन को घेरा
कांग्रेस नेताओं ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले की अगुवाई में राजभवन के सामने मौन धरना दिया। हालांकि इस दौरान राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी राजभवन में मौजूद नहीं थे। बाद में पत्रकारों से बात करते हुए पटोले ने कहा कि महाराष्ट्र बंद को लोगों से अच्छा समर्थन मिला। उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के पुत्र आशीष मिश्रा को बचाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने आशीष के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 के तहत तत्काल कार्रवाई और अजय मिश्रा को मंत्रिमंडल से हटाने की मांग की है।
राज्यपाल के पास कंगना के लिए समय, किसानों के लिए नहीं
कैबिनेट मंत्री असलम शेख ने राज्यपाल कोश्यारी पर तंज कसते हुए कहा कि उन्हें फिल्म एक्ट्रेस कंगना रनौत से मिलने का समय है,लेकिन राज्यपाल के पास किसानों की समस्या को सुनने का वक्त नहीं हैं।
लोगों ने खुद से किया बंद
महाराष्ट्र कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष नसीम खान ने कहा कि इस बंद की ख़ास बात रही की लोगों ने खुद से बंद रख कर कांग्रेस की मांग का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि राज्य में करीब 90 प्रतिशत से ज्यादा जगहों पर बंद पूरी तरह से सफल रहा। नसीम ने कहा कि बंद पूरी तरह से शांतिपूर्ण रहा। राजभवन पर प्रदर्शन के दौरान पटोले के अलावा कैबिनेट मंत्री बालासाहेब थोरात, अशोक चव्हाण, यशोमति ठाकुर, असलम शेख, मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष भाई जगताप, महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष नसीम खान, एआईसीसी सचिव आशिष दुआ, मुंबई कांग्रेस के वर्किंग प्रेसिडेंट चरण सिंह सप्रा, विधायक अमीन पटेल,जीशान सिद्दिकी, प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सावंत समेत कई नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे।
मनसे ने बंद का किया विरोध
महाविकास आघाड़ी की बंद का राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने कड़ा विरोध किया। मनसे महासचिव संदीप देशपांडे ने कहा कि संसद में किसान विधेयक पारित हो रहा था तब क्या महाविकास आघाड़ी के सांसद पूंछ पकड़ कर बैठे थे। उस समय शिवसेना सांसदों के मुंह क्यों बंद थे। क्यों एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार सांसद से गायब थे।
सड़कों पर नजर नहीं आए उद्धव,पवार और राउत
महाराष्ट्र विकास आघाडी की बंद को शिवसेना और एनसीपी ने भी समर्थन देकर सफल बनाने की अपील की थी, लेकिन इस बंद के दौरान मुख्यमंत्री और शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे, एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार और शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत सड़कों पर नजर नहीं आए।
महाविकास आघाड़ी के प्रायोजित बंद में मविआ सरकार का पाखंड समाज के सामने उजागर हो गया है। आघाडी के नेताओं ने लखीमपुर की घटना को लेकर बंद किया है, लेकिन मैं उनसे पूछता हूं कि क्या मावल में पानी की मांग कर रहे किसानों पर फायरिंग करने वालों को बंद करने का नैतिक अधिकार है। महाराष्ट्र में किसान अभूतपूर्व संकट में हैं। इस सरकार के सत्ता में आने के बाद अब तक 2,000 किसान आत्महत्या कर चुके हैं। लेकिन सरकार किसानों की कोई मदद नहीं कर रही है।
- देवेन्द्र फडणवीस, नेता विपक्ष, विधानसभा
वसूली चालू है या बंद!
Can anyone update me –
आज वसूली चालू है या बंद ?#MaharashtraBandhNahiHai— AMRUTA FADNAVIS (@fadnavis_amruta) October 11, 2021
विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस ने महाविकास आघाड़ी के बंद को लेकर तीखा ट्वीट किया है। उन्होंने आघाडी से सवाल किया कि क्या आज वसूली बंद रही या चालू। अमृता ने यह हमला पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख पर 100 करोड़ की वसूली और बर्खास्त पुलिस कर्मचारी सचिन वझे की लेकर किया है।