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    मुंबई. जहां देश (India) में कोरोना (Corona) के मामले अब भयंकर रूप से बढ़ रहे हैं। वहीं महाराष्ट्र (Maharashtra) की आर्थिक नगरी मुंबई में अब कोरोना संक्रमण के मामलों में कमोबेश कमी आ रही है। 

    महाराष्ट्र की आर्थिक राजधानी मुंबई (Mumbai) में बीते रविवार को कोरोना के मामलों में कमी दर्ज की गई। यहां बीते 24 घंटों में 7 हजार 895 नए मामले सामने आए और 11 मरीजों की मौत हुई। जबकि वहीं शनिवार को यहां 10 हजार 661 नए मामले सामने आए थे। फिलहाल मुंबई में 57,534 टेस्ट के साथ दैनिक सकारात्मकता दर गिरकर 13%  हो गई है। अधिकारियों ने कहा कि फिलहाल शहर में कोरोना पीक पर है और अब मामलों में थोड़ी गिरावट देखने को मिल रही है।

    IIT मद्रास का बड़ा दावा, R वैल्यू  में कमी 

    इधर मुंबई में कोरोना के मामले घटने के साथ ही अब IIT मद्रास ने दावा किया है कि यहाँ की Rवैल्यू भी कम हो रही है। दरअसल भारतीय प्रोद्योगिकी संस्थान (IIT) मद्रास के प्रारंभिक विश्लेषण में ये महत्वपूर्ण बात सामने आई है कि भारत में R वैल्यू बीते 7जनवरी से 13 जनवरी के बीत 2.2 दर्ज की गई जो पिछले दो हफ्तों से काफी कम दिख रही है। 

    पता हो पाठकों को उनकी जानकारी के लिए बता दें कि R वैल्यू यह इंगित करता है कि कोरोना कितनी तेजी से लोगों को संक्रमित कर रहा है। वहीं  इस दौरान दिल्ली की R वैल्यू जहाँ 2.5 और तो वहीं मुंबई की R वैल्यू 1.3 थी। यह भी विदित हो कि अगर यही Rवैल्यू 1 से नीचे चली जाती है तो महामारी को एक प्रकार से खत्म माना जाता है।

    हालाँकि मुंबई में कम हो रहे मामलों को लेकर जहां उद्धव सरकार यह दावा कर रही है कि सख्य पाबंदियो के कारण केस में गिरावट दर्ज की जा रही है तो वहीं मीडया रिपोर्ट्स का दावा यह कहता है कि इसके पीछे मुख्य कारण टेस्टों में कमी है। फिर वही पहले की तरह अब बिना लक्षण वाले मरीजों के टेस्ट नहीं किए जा रहे हैं। लेकिन ऐसे में सरकारी आंकड़ों और कोरोना के वास्तविक मरीजों की संख्या में बड़ा भरी अंतर आ सकता है।