maharashtra-karnataka-border-dispute-karnataka-minister-who-demanded-to-make-mumbai-a-union-territory-is-a-fool-says-sanjay-raut
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    मुंबई: पिछले कुछ दिनों से महाराष्ट्र और कर्नाटक सीमा (Maharashtra Karnataka Border Dispute) को लेकर काफी विवाद चल रहा है। इस बीच कर्नाटक के मंत्री ने मुंबई (Mumbai) को केंद्र शासित प्रदेश बनाने की मांग की थी। अब इस मांग पर शिवसेना सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि, “कर्नाटक के मंत्री जो मुंबई को केंद्र शासित प्रदेश बनाने की मांग कर रहे हैं, वे मूर्ख हैं। मुंबई में कनार्टक के भाइयों पर अत्याचार नहीं होता। पिछले 75 वर्षों से सीमा क्षेत्र में मराठी भाइयों पर अत्याचार किया जाता है। इसलिए, सीमा क्षेत्र को केंद्र शासित बनाया जाएगा। 

    संजय राउत (Sanjay Raut) ने कहा, ‘मुंबई में कर्नाटक के भाइयों पर अत्याचार नहीं होता। मुंबई में पूरा देश शामिल है। सिर्फ कर्नाटक ही नहीं। मुंबई में मराठी लोगों के साथ-साथ उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, गुजरात के लोग सम्मान के साथ रहते हैं और हम उनके साथ सम्मान से पेश आते हैं। क्या सीमा क्षेत्र में ऐसा हो रहा है? नहीं। पहले सीमा क्षेत्र को केंद्री शासित किया जाएगा। क्योंकि वहां पिछले 75 साल से मराठी भाइयों पर अत्याचार हो रहा है, इसलिए हम इसकी मांग कर रहे हैं। वे मंत्री मूर्ख हैं।’

    ‘महाराष्ट्र विधानसभा में सीमा प्रश्न के समाधान के बाद, इसका प्रभाव कर्नाटक विधानसभा में देखा गया। कर्नाटक के उच्च शिक्षा मंत्री सी एन अश्वथ नारायण ने मुंबई को केंद्रीकृत करने की मांग की। इसके अलावा, उन्होंने पता लगाया है कि बीस प्रतिशत कन्नडिगा मुंबई में हैं। नारायण ने कहा कि अगर हम बेलगाम को केंद्रीकृत करना चाहते हैं तो हम मुंबई को केंद्रीकृत करने की भी मांग कर सकते हैं।’

    महाराष्ट्र ने महाजन आयोग की सिफारिशों को खारिज कर दिया है। तो अब महाजन आयोग का कोई सवाल ही नहीं है। महाराष्ट्र द्वारा दायर सुप्रीम कोर्ट का मामला नहीं चलेगा। संसद के पास इस मुद्दे को हल करने की शक्ति है। हम शांतिपूर्ण हैं। हम महाराष्ट्र के कन्नड़ लोगों को कभी धोखा नहीं देते। अश्वथ नारायण ने यह भी कहा कि सीमा का मुद्दा खत्म हो गया है और इस पर चर्चा नहीं की जानी चाहिए।