मुंबई: महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम के कर्मचारियों की हड़ताल शुक्रवार को भी जारी रही। राज्य सरकार में विलय की मांग पर अड़े एसटी कर्मचारियों (ST Employees) के आंदोलन (Protest) के चलते राज्य के सभी 250 बस डिपो बंद रहे। हड़ताल (Strike) की वजह से लोग परेशान रहे, गुरुवार से ही बड़ी संख्या में कर्मचारियों ने मुंबई (Mumbai) के आजाद मैदान (Azad Maidan) पर डेरा डाले हुए हैं। उधर परिवहन मंत्री अनिल परब ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि कर्मचारी जिद पर अड़े रहे तो कड़ी कार्रवाई6 की जाएगी।
परिवहन मंत्री ने कहा कि बीजेपी के विधायक कर्मचारियों को भड़काने का काम कर रहे हैं। हाईकोर्ट के निर्देश पर कमिटी भी गठित कर दी गई है। परिवहन मंत्री ने कहा कि ऐन त्योहार के मौके पर निगम के साथ साथ आम यात्रियों का नुकसान हो रहा है। उन्होंने कहा कि कुछ वर्कशॉप में काम शुरू हो गया है।
2053 कर्मचारी निलंबित
एमएसआरटीसी के कर्मचारी पिछली 28 अक्टूबर से आंदोलन पर हैं। 4 दिनों से जारी अनिश्चितकालीन हड़ताल से सभी डिपो से बस संचालन ठप हो गया है। एमएसआरटीसी प्रवक्ता के अनुसार, राज्य भर में सभी 250 डिपो बंद हैं, लेकिन वर्कशॉप के कर्मचारी काम पर लौट आए हैं। बताया गया कि 2053 हड़ताली कर्मचारी निलंबित कर दी गए हैं। परिवहन मंत्री अनिल परब ने कर्मचारियों को सुरक्षा का आश्वासन देते हुए काम पर लौटने को कहा है। एमएसआरटीसी के अधिकारियों के अनुसार अब बर्खास्तगी की कार्रवाई शुरू हो सकती है। इस बीच, एमएसआरटीसी कर्मचारियों ने मुंबई के आजाद मैदान में अपना विरोध जारी रखा है। इस आंदोलन को भाजपा का समर्थन हासिल है।
शरद पवार से मिले राज ठाकरे
इस बीच, शुक्रवार को मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार से मुलाकात की। बताया गया कि राज ठाकरे ने एसटी कर्मचारियों की हड़ताल के मुद्दे पर पवार से चर्चा कर उचित हस्तक्षेप की मांग की।