गगनचुंबी अविघ्न पार्क में भीषण आग, गार्ड की मौत, जांच का आदेश

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    मुंबई: गगनचुंबी 60 मंजिला वन अविघ्न पार्क  इमारत (Avighna Park Apartments) में शुक्रवार सुबह  11.51  बजे भीषण आग (Fire) लग गई। आग से बचने के प्रयास में वहां के सुरक्षा गार्ड (Security Guard) ने 19 मंजिल से गिर गया जिससे उसकी मौत (Death) हो गई। इमारत में आग लगने की सूचना पाकर इमारत के निवासियों ने लिफ्ट और सीढ़ी से नीचे की तरफ भागने लगे। आग इतनी भयानक थी कि फायर बिग्रेड ने 14 फायर टेंडर, 9 जंबो टैंकर, हाईड्रोलिक पंप 90 मीटर सीढ़ी लगा कर 26 लोगों को बचाया गया। निवासियों को आग बुझाने के लिए भेजना पड़ा। घायल सुरक्षा गार्ड को केईएम अस्पताल भेजा गया, लेकिन डॉक्टरों ने भर्ती करने से पहले उसको मृत घोषित कर दिया। फायर ब्रिगेड ने इमारत में फंसे 16 से अधिक लोगों को बाहर निकालने का दावा किया।

    इस बीच, पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे, महापौर किशोरी पेडणेकर, बीएमसी कमिश्नर इकबाल सिंह चहल दुर्घटना स्थल पर जाकर बचाव कार्य का जायजा लिया। बीएमसी के अनुसार आग इमारत के 19 वीं मंजिल पर लगी थी। पहले लेवल 3 की आग घोषित की गई थी, लेकिन आग की भयवहता को देखते हुए 4 लेवल घोषित किया गया।  

    आग किस कारण से लगी अभी इसका पता नहीं चल सका

    इमारत के प्रत्यक्षदर्शियों  के अनुसार, वन अविघ्न पार्क इमारत भारतमाता थियेटर के सामने है। करी रोड़ स्टेशन के सामने लालबाग इलाके में बनी इमारतों में यह सबसे उंची इमारत है आग किस कारण से लगी अभी इसका पता नहीं चल सका है। जिस फ्लोर पर आग लगी थी वहां से धुआं निकलते देख सिक्यूरिटी गार्ड अरुण तिवारी (30) कहां आग लगी है यह देखने गया था। दरवाजा खोलने के बाद आग की लपट उसकी तरफ बढ़ने पर अरुण बालकनी की तरफ चला गया। वह बहुत देर तक बालकनी से लटका रहा।  बचाव कार्य में देरी होने के करण उसके दोनों हाथ जवाब दे गए। वह 19 वीं मंजिल से पोडियम पर गिर गया।

    मैं उस समय 19 वीं मंजिल पर एक घर में काम कर रहा था। अचानक धुएं का बादल आते देख मैं ड़र गया। जान बचाने के लिए सीढ़ी से भाग कर नीचे आया। -

    राकेश महतो, गृह कार्य करने वाला लड़का

    हम पिछले एक साल से यहां 20 वीं मंजिल पर रहते हैं। आज दोपहर 19 मंजिल पर लगी आग का धुंआ हमारे फ्लोर पर आया। हम सभी सीढ़ी से नीचे की ओर भागे। आज तो ऐसा लगा कि जान चली जाएगी।

    - मंगीलाल जैन, स्थानीय निवासी

    स्थानीय निवासियों ने यहां चल रहे अवैध निर्माण की शिकायत की थी। इमारत में कितना अवैध निर्माण हुआ है इसकी जांच की जाएगी। स्थानीय पुलिस आगजनी की जांच कर एफआईआर दर्ज करेगी। इमारत के सुरक्षा रक्षाकों को सही ट्रेनिंग दी गई होती जो यह उपर से गिरने वाले व्यक्ति की जान नहीं जाती।

    -किशोरी पेडणेकर, महापौर, मुंबई

    इस इमारत का फायर ऑडिट हुआ था क्या, फायर सिस्टम काम कर रहा था अथवा नहीं। इसके अलावा इमारत को ओसी मिली थी या नहीं इन सबकी जांच की जाएगी। यदि कोई दोषी मिलता है तो उस पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।

    -इकबाल सिंह चहल, कमिश्नर, बीएमसी

    1 अक्टूबर को इमारत का फायर ऑडिट पूरा हुआ था। आग से बचाव की सभी बेहतरीन यंत्रणा उपलब्ध हैं। बिल्डिंग के उपकरणों से ही आग को बुझाया गया है। इमारत को 4 साल पहले ही ओसी मिली थी।

    -कैलाश अग्रवाल, डेवलपर, वन अविघ्न पार्क